RELIANCE Q4 : देश के दिग्गज उद्यमी मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाले तेल से लेकर दूरसंचार, रसायन और रिटेल कारोबार करने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने 22 अप्रैल को 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं । इस अवधि में कंपनी की कमाई में सालान आधार पर 11 फीसदी की बढत हुई है। इस अवधि में कंपनी की आय 2.40 लाख करोड़ रुपए रही हैं
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Ltd) ने अपने नतीजों का एलान कर दिया है. मार्च 2024 में खत्म तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 1.8 फीसदी की गिरावट के साथ 18,951 करोड़ रुपये रहा है. लेकिन पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 7.3 फीसदी बढ़कर 79,020 करोड़ रुपये हो गया. इसी दौरान जियो प्लेफॉर्म्स (Reliance Jio) का सालाना नेट प्रॉफिट 20 हजार करोड़ से अधिक रहा. RIL के बोर्ड ने अपने शेयरहोल्डर्स को 10 रुपये प्रति शेयर की दर से डिविडेंड देने का एलान भी किया है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 1.80 प्रतिशत घटकर 18,951 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 19,299 करोड़ रुपये था. यह प्रदर्शन उन एनालिस्ट के अनुमानों से बेहतर रहा है, जो मान रहे थे कि आरआईएल के मुनाफे में 5 से 10 प्रतिशत तक गिरावट आ सकती है. आरआईएल ने बताया है कि मार्च तिमाही के दौरान उसकी परिचालन से होने वाली एकीकृत आय (consolidated revenue from operations) सालाना आधार पर 11.3 फीसदी बढ़कर 2,40,715 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,16,265 करोड़ रुपये थी.
मार्च तिमाही के लिए दौरान कंपनी का एबिटा (Ebitda) सालाना आधार पर 14.3 फीसदी बढ़कर 47,150 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 44,678 करोड़ रुपये था. इसी दौरान कंपनी का एबिटा मार्जिन भी 50 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 17.8 फीसदी पर पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 17.3 फीसदी था. मार्च तिमाही के दौरान कंपनी का नेट कर्ज (Net debt) घटकर 1,16,281 करोड़ रुपये रह गया, जो दिसंबर तिमाही में 1,19,372 करोड़ रुपये और पिछले साल की मार्च तिमाही में 1,25,766 करोड़ रुपये था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी ने कंपनी के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हम अपनी परियोजनाओं और नए इनीशिएटिव के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनमें न्यू एनर्जी सेगमेंट भी शामिल है. उन्होंने कहा कि ये सेगमेंट न सिर्फ कंपनी के प्रदर्शन को मजबूती देगा, बल्कि भविष्य में उसकी ग्रोथ को लगातार बरकरार रखने में भी मददगार साबित होगा.
रिलायंस जियो ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 20,607 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है, जो वित्त वर्ष 2022-23 के 18,299 करोड़ रुपये के मुनाफे की तुलना में 12.6 प्रतिशत अधिक है. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए, कंपनी की ऑपरेशनल रेवेन्यू 1,00,891 करोड़ रुपये रही. जो FY23 की 91,373 करोड़ रुपये की रेवेन्यू के मुकाबले 10.4 प्रतिशत अधिक है.
रिलायंस रिटेल ने चौथी तिमाही में 76,627 करोड़ रुपये की आय (revenue) दर्ज की, जो पिछले वित्त वर्ष समान तिमाही की तुलना में 10.6 फीसदी अधिक है. मार्च तिमाही के दौरान रिलायंस रिटेल का मुनाफा 11.7 फीसदी बढ़कर 2,698 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,415 करोड़ रुपये था. चौथी तिमाही में रिलायंस रिटेल का एबिटा 5,823 करोड़ रुपये रहा.
RIL के बोर्ड ने FY24 के लिए प्रति शेयर 10 रुपये का डिविडेंड घोषित किया है. तिमाही नतीजों से पहले आरआईएल का शेयर सोमवार को NSE पर 0.77 फीसदी की बढ़त के साथ 2,962.90 रुपये पर बंद हुआ. 2024 में कंपनी का शेयर NSE पर अब तक 14.39 फीसदी बढ़ चुका है.