Welcome to The Indian Awaaz   Click to listen highlighted text! Welcome to The Indian Awaaz

भारत के कई हिस्सों में बुधवार (22 मार्च) को रमजान का चांद देखने की कोशिश की गई लेकिन वह नजर नहीं आया. प्रमुख मुस्लिम संस्थाओं की ओर से घोषणा की गई है कि अब 24 मार्च से रोजा रखा जाएगा.

इस्लामी कैलेंडर के सबसे पवित्र माने जाने वाले महीने रमजान का चांद बुधवार (22 मार्च) को भारत में नजर नहीं आया. अब जुमे को पहला रोजा होगा. जुमा 24 मार्च को है. लखनऊ के फरंगी महल की मरकजी चांद कमेटी ने जानकारी दी है कि बुधवार को चांद नजर नहीं आया है, इसलिए पहली रमजानुल मुबारक 24 मार्च 2023 को होगी.

जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से ट्वीट किया गया, ”इमारत-ए-शरिया हिंद द्वारा घोषणा की गयी है कि रमजान का पहला दिन शुक्रवार 24 मार्च, 2023 से शुरू होगा. भारत में बुधवार शाम को रमजान का चांद नहीं देखा गया, इसलिए रमजान का पवित्र महीना आधिकारिक तौर पर शुक्रवार (जुमा ) से शुरू होगा.”

दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने भी कहा कि देश में कहीं भी चांद नजर नहीं आया. मुंबई की मरकजी रूयते हिलाल कमेटी मस्जिद-ए-जामा की ओर से भी एलान किया गया है कि 24 मार्च से ही रोजा रखा जाएगा.

इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि 22 मार्च को चांद दिखने पर 23 को पहला रोजा रखा जाएगा. बता दें कि इस्लामी कैलेंडर में रमजान नौवां महीना है. इस महीने में रोजा (उपवास) रखा जाता है. उपवास के दौरान पानी का सेवन भी नहीं किया जाता है. अल्लाह की इबादत के लिए लोग रोजा रखते हैं. माना जाता है कि रोजा रखने से लोगों के पास अल्लाह की इबादत के लिए ज्यादा समय होता है. 

Click to listen highlighted text!