भ्रष्ट्राचार सभी देशों के लिए चुनौती : जितेन्द्र सिंह

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एस एन वर्मा / गुरुगाम

आज से यहां जी 20 के चार दिवसीय भ्रष्टाचार विरोधी ग्रुप की बैठक शुरू हो गई है। यह 4 मार्च तक चलेगी। इस बैठक में प्राचीन काल से चल रहा भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से इसे मिटाने के लिए विचार मंथन किया जाएगा।

बैठक में दूर दराज से आए विदेशी राजनीतिज्ञ, चिंतक और विद्वान मिलजुलकर अपने अपने अनुभवों को बताएंगे और सरकारी कार्यों में पारदर्शिता ला कर भ्रष्टाचार की बीमारी को खत्म करने के तकनीकी का इस्तेमाल कैसे करें इस पर विचार-विमर्श करेंगे।


‘वसुधैव कुटुम्बकम’ थीम पर बात करते हुए राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत के लिए पूरा विश्व एक परिवार है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार सभी देशों के लिए एक चुनौती है। यह चुनौती सामाजिक, अर्थिक तथा राजनीति स्तर पर है। भ्रष्टाचार ने मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। सामाजिक विकास में बाधा डाला है। अर्थिक रूप से देश को कमजोर कर रहा है। भ्रष्टाचार से सबसे अधिक गरीब व्यक्ति प्रभावित हुआ है। जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार विश्व स्तर पर फैला हुआ है। एक देश का भ्रष्ट दूसरे देश में शरण ले लेता है। खास कर अर्थिक अपराध हर देश में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के लिए यह गौरव की बात है कि भारत में जी 20 की बैठक हो रही है। यहां से भ्रष्टाचार से मिल जुल लडऩे के उपाय ढूंढे जा रहे हैं।


सचिव राधा चौहान ने कहा कि पब्लिक और सामाजिक स्तर पर भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए यहां तीन दिन और बैठकों का सिलसिला चलता रहेगा।


जितेन्द्र सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि 180 बिलियन डॉलर अभी तक वसूला गया है जो बैंकों से तथा अन्य से फ्रॉड द्वारा ले लिए गए थे।


उन्होंने कहा कि हर देश का भ्रष्टाचार को ले कर अलग अलग कानून है। इसलिए सभी देशों को इससे लडऩे के लिए एक नया तरीका निकाल कर साथ साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि भ्रष्टाचार और आर्थिक घोटाले से प्राप्त धन का इस्तेमाल आतंकवाद का वित्तीय पोषण में हो रहा है। गैर कानूनी अस्त्र शस्त्र तथा ड्रग्स के खरीद बिक्री में इस्तेमाल हो रहा है।