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इंद्र वशिष्ठ

राष्ट्रीय जनता दल के प्रोफेसर मनोज कुमार झा ने राज्य सभा में आशा कर्मियों का मानदेय पूरे देश में 21,000 रुपए करने की मांग की। 

राज्य सभा में मनोज झा ने कहा आशा कर्मी तकरीबन 20 वर्षों से हमारी तमाम योजनाओं को अपने उन कंधों पर ढो रही हैं, जो कई दफा मजबूत कंधे नहीं होते और उन कंधों पर वजन तब और बढ़ जाता है, जब उनके समक्ष अनिश्चितताएं हों।

आशा कर्मियों  द्वारा बीते 20 वर्षों में तमाम राज्यों की सारी योजनाएं, खासकर स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में इन्हीं वर्कर्स द्वारा चलाई जा रही हैं। ।

मनोज झा ने कहा कि आशा कर्मियों के लिए राज्यवार परिस्थितियां बहुत विपरीत हैं। हाल ही में इनकी एक हड़ताल भी हुई थी। एक तरफ केरल जैसा राज्य है, जहां सबसे ज्यादा मानदेय है, दूसरी तरफ मेरा अपना गृह राज्य, बिहार है, जहां मात्र 2,000 रुपए मानदेय है।  यह पूरे देश के समक्ष एक चुनौती है। 

मनोज झा ने कहा अगर आप इनको वर्कर्स/ एक्टिविस्ट कह रहे हैं, तो मानदेय थोड़ा अपमानजनक लगता है। अगर हम इसको कोई बेहतर नाम दें, तो अच्छा होगा। 

मनोज झा ने मांग कि पूरे देश में इनके लिए 21,000  रुपए का प्रावधान किया जाए और रिटायरमेंट पर एकमुश्त 5 लाख रुपए दिया जाए। साल 2020 में यह स्टैंडिंग कमेटी का भी आग्रह था

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