AMN

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस महीने की 21 से 23 तारीख तक अमरीका की यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री 21 सितम्‍बर को वाशिंगटन के डेलावेयर में क्‍वॉड  समूह के नेताओं के चौथे शिखर सम्‍मेलन में भाग लेंगे। इस वर्ष क्‍वॉड समूह की शिखर बैठक की मेजबानी के लिए अमरीका की ओर से अनुरोध पर भारत वर्ष 2025 में अगले क्‍वार्ड बैठक की मेजबानी के लिए राजी हो गया है।

    विदेश मंत्रालय ने अपने वक्‍तव्‍य में कहा है कि शिखर सम्‍मेलन में शामिल नेता पिछले एक वर्ष में क्‍वॉड द्वारा प्राप्‍त प्रगति की समीक्षा करेंगे। बैठक में वर्ष 2025 शिखर सम्‍मेलन की कार्यसूची तैयार की जाएगी। कार्य सूची में हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र के देशों को सहायता दिए जाने, विकास के लक्ष्‍य निर्धारित करने और उनकी आकांक्षाओं की पूर्ति संबंधी  विचार-विमर्श किया जाएगा।

    श्री मोदी 23 सितम्‍बर को न्‍यूयार्क में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में ”समिट ऑफ द फ्यूचर” विषय पर आयोजित बैठक को संबोधित करेंगे। शिखर बैठक का विषय होगा उज्‍ज्‍वल भविष्‍य के लिए बहुदेशीय समाधान। बैठक में विश्‍व के अनेक देशों के नेताओं के भाग लेने की संभावना है। इस बैठक के साथ-साथ प्रधानमंत्री विश्‍व के अनेक नेताओं से मिलेंगे और द्विपक्षीय संबंधो तथा आपसी हित के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।

    प्रधानमंत्री 22 सितम्‍बर को न्‍यूयार्क में भारतीय समुदाय की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। वे अमरीका की अग्रणी कम्‍पनियों के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारियों से भी मिलेंगे। इस मुलाकात के दौरान वे ऑर्टीफिशियल इंटेलीजेंस – एआई, क्‍वांटम कम्‍प्‍यूटिंग, सेमीकंडक्‍टर्स और बॉयोटेक्‍नॉलिजी के आधुनिक युग में दोनो देश एक-दूसरे के साथ किस प्रकार ज्‍यादा से ज्‍यादा योगदान हैं।

प्रधानमंत्री द्वारा भारत-अमरीका पृष्‍ठभूमि मे बुद्धिजीवियों और विचारकों के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर विचारो के आदान-प्रदान की भी संभावना है।