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मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत ने स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र की बड़ी चुनौतियों पर विजय पायी है। उन्‍होंने इसका पूरा श्रेय चिकित्‍सा विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और देशवासियों की इच्‍छा शक्ति को दिया। उन्‍होंने कहा कि भारत से चेचक, पोलियो और गिनीकृमी जैसी बीमारियों को समाप्‍त करके दिखाया है।

श्री मोदी ने कहा कि कालाजार भी समाप्ति के कगार पर है। यह बीमारी परजीवी बालू मक्‍खी के काटने से फैलती है। उन्‍होंने कहा कि हाल ही में चार राज्‍यों के पचास से अधिक जिलों में कालाजार का प्रकोप फैला हुआ था। लेकिन, अब यह बीमारी बिहार और झारखंड के चार जिलों तक ही सिमट कर रह गयी है। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि बिहार-झारखंड के लोगों का सामर्थ्‍य, उनकी जागरूकता, इन चार जिलों से कालाजार को समाप्‍त करने में सरकार के प्रयासों में मदद पहुंचायेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार 2025 तक भारत को क्षय रोग से मुक्‍त करने के लिए भी काम कर रही है। उन्‍होंने कहा कि पिछले दिनों टी बी मुक्‍त भारत अभियान शुरू होने के साथ ही हजारों लोग इस बीमारी से पीडि़त लोगों की मदद के लिए आगे आए। उन्‍होंने कहा कि जन सेवा और जन भागीदारी की यही शक्ति, हर मुश्किल लक्ष्‍य को प्राप्‍त करके दिखाती है।