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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान से भारत के आधारभूत ढांचे और मल्टी मॉडल लॉजेस्टिक में आमूल-चूल परिवर्तन होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आधारभूत ढांचे के विकास के साथ वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचा अर्थव्यवस्था की केंद्रीय धुरी है। प्रधानमंत्री आज इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट – इम्प्रूविंग लॉजेस्टिक एफिशिएंसी विद पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के विषय पर आज बजट पश्चात एक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को अपनी गति में सुधार करना होगा और टॉप गियर में चलना होगा। उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति अर्थव्यवस्था बढ़ाने, आधारभूत ढांचे का नियोजन और विकास का व्यापक उपकरण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता और मल्टीमॉडल आधारभूत ढांचे से मालवहन की लागत कम होगी, जिससे भारत में निर्मित उत्पादों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि सभी क्षेत्रों को अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ा जाना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन के अंतर्गत आने वाले वर्षों में एक सौ दस लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है।
श्री मोदी ने कहा कि रेल लाइनों का विद्युतीकरण अब चार हजार किलोमीटर प्रतिवर्ष पहुंच गया है। इसके साथ ही हवाई अड्डों की संख्या और बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी की गई है।
राज्यों की भूमिका पर प्रधानमंत्री ने बताया कि पचास वर्ष तक के ऋण के लिए ब्याजमुक्त अवधि तकरीबन एक वर्ष बढ़ाई गई है और बजटीय व्यय भी तीस प्रतिशत तक बढ़ाया गया है।