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AMN/ WEB DESK

भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज इतिहास रचा है। चन्‍द्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने आज चन्‍द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक अपना कदम रखा। इसी के साथ भारत चन्‍द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश हो गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो को इस सफलता के लिए बधाई दी है। ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन के अवसर पर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्‍सबर्ग से उन्‍होंने भारतीय वैज्ञानिकों की अपार सफलता के लिए बधाई दी।

चन्‍द्रयान-3 मिशन 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्‍द्र से चन्‍द्रमा के लिए रवाना हुआ था। 43 दिन की यात्रा पूरी करने के बाद आज चन्‍द्रयान-3 का लैंडर विक्रम पृथ्‍वी के प्राकृतिक उपग्रह चन्‍द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर धीरे-धीरे उतरा।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और देश के अन्‍य नेताओं ने चन्‍द्रयान-3 की सफलता पर भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी है। एक वीडियो संदेश में राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इसे देश के लिए गौरवमयी ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्‍होंने कहा कि चन्‍द्रयान-3 की सफलता पूरी मानवता के लिए है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत ने अपने पार‍ंपरिक उच्‍च ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोडकर मानवता की सेवा में लगाया है।

उपराष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसे भारत के लिए ऐतिहासिक पल बताया और कहा कि अंतरिक्ष अनुसंधान में यह भारत की बडी छलांग है। उन्‍होंने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि चन्‍द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरना भारत की वैज्ञानिक मेधाशक्ति और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज दक्षिण अफ्रीका के जोहान्‍सबर्ग से वीडियो-कॉन्‍फ्रेंसिग के माध्‍यम से भारतीय वैज्ञानिकों को चन्‍द्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक है। यह विकसित भारत का शंखनाद है। श्री मोदी ने कहा कि हमने धरती पर संकल्‍प लिया और सिद्धी चन्‍द्रमा पर प्राप्‍त की। उन्‍होंने कहा कि यह भारत की नई ऊर्जा है और हमारे लिए गौरव के क्षण हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नए भारत का ऊषा-काल है। उन्‍होंने कहा कि भारत की सफलता पूरे मानवता की सफलता से जुडी है। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि भारत के इस प्रयास से विश्‍व के विकासशील और अल्‍पविकसित देश इस उपलब्धि के भागीदार होंगे।

केन्‍द्रीय अंतरिक्ष विज्ञान और टेक्‍नोलॉजी मंत्री, जितेन्‍द्र सिंह ने भी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के वैज्ञानिकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्‍होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने भारत के सपने को साकार किया है और चन्‍द्रमा के आकाश में भारतीय तिरंगा लहराया है।

केन्‍द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में भारतीय महत्‍वाकांक्षा को एक नई ऊंचाई दी है और अंतरिक्ष परियोजनाओं के लिए भारत को विश्‍व का प्रक्षेपण मंच बनाया है। उन्‍होंने कहा कि इससे देश में रोजगार की बडी संभावनाएं पैदा होंगी।

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि चन्‍द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम के सफलतापूर्वक कदम रख कर भारत ने इतिहास रचा है।

भारतीय जनता पार्टी के अध्‍यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। वीडियो संदेश में उन्‍होंने कहा कि प्रधानमत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में देश ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में नया कदम रखा है। उन्‍होंने कहा कि यह आत्‍मनिर्भर भारत का वास्‍तविक उदाहरण है।

कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। श्री खरगे ने कहा कि चन्‍द्रयान-3 के सफलता प्रत्‍येक भारतीय की सामूहिक सफलता है।

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