AMN / मैनपुरी
करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवार अनुजेश यादव ने शुक्रवार को अपना पर्चा दाखिल कर दिया। अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव के दामाद और सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई हैं। हालांकि धर्मेंद्र दावा करते हैं कि उनके जीजा से कोई रिश्ता नहीं है। करहल से फूफा और भतीजे के आमने-सामने चुनाव लड़ने पर अखिलेश यादव की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
करहल का फैसला सपा के हक में होगा: अखिलेश
मैनपुरी की करहल सीट से भाजपा का टिकट घोषित होने के बाद शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बरनाहल के दिहुली पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा तो परिवारवाद का विरोध करती थी, अब रिश्तेदारवादी कैसे हो गई। जब भाजपा को कुछ नहीं मिला तो तिकड़म लगाकर टिकट दिया गया, जिससे सपा के लोग इसी का जवाब देते रहें।
अखिलेश यादव ने कहा कि करहल का फैसला सपा के हक में होगा। लोकसभा चुनाव की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने कितनी बदसलूकी की थी, लेकिन जब परिणाम आए तो सपा ने जीत दर्ज की।
उन्होंने कहा, केवल इस बार ही करहल सीट से तेज प्रताप यादव नहीं जीतेंगे, बल्कि 2027 के चुनाव में भी करहल सीट से सपा ही जीतेगी।
करहल से अनुजेश यादव पर बीजेपी ने खेला दाव
करहल से बीजेपी ने अनुजेश यादव को उम्मीदवार बनाया है। अखिलेश यादव की इस सीट पर बीजेपी के लिए मुकाबला मुश्किल माना जा रहा है। ऐसे में बीजेपी ने अनुजेश यादव पर दांव लगाया है। यह बीजेपी की यादव वोटों में सेंध लगाने की रणनीति है।