
BIZ DESK
घरेलू शेयर बाज़ार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ खुले, लेकिन सत्र के दौरान मुनाफावसूली और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख सके। दिन भर की उतार-चढ़ाव भरी ट्रेडिंग के बाद दोनों प्रमुख सूचकांक मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स में 151 अंकों (0.18%) की गिरावट दर्ज हुई और यह 84,628 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 30 अंक (0.11%) फिसलकर 25,936 पर आ गया।
हालांकि, ब्रॉडर मार्केट अपेक्षाकृत मजबूत दिखा। बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में 0.1% की हल्की बढ़त रही, जबकि स्मॉल-कैप इंडेक्स भी मामूली लाभ के साथ बंद हुआ, जिससे यह संकेत मिला कि निवेशक चयनित शेयरों में खरीदारी कर रहे हैं।
सेंसेक्स पैक के 30 में से 21 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। शीर्ष गिरने वाले शेयरों में ट्रेंट में 1.5% से अधिक, आईसीआईसीआई बैंक और टेक महिंद्रा में 1% से अधिक, तथा बजाज फिनसर्व में 1% की गिरावट आई। वहीं, टाटा स्टील करीब 3%, लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) 1.2%, और एसबीआई 0.8% की बढ़त के साथ शीर्ष बढ़त वाले शेयरों में शामिल रहे।
क्षेत्रवार प्रदर्शन (Sector-wise Performance)
बीएसई के 21 सेक्टोरल इंडेक्स में से 16 लाल निशान में बंद हुए, जिससे बाजार में समग्र कमजोरी झलकी।
शीर्ष बढ़त वाले सेक्टर: मेटल इंडेक्स में 1.3% की तेज़ बढ़त दर्ज की गई, जिसमें टाटा स्टील और हिंदाल्को जैसे शेयरों का योगदान रहा। इसके अलावा कमोडिटी इंडेक्स 0.6% और इंडस्ट्रियल्स इंडेक्स 0.2% बढ़ा।
शीर्ष गिरने वाले सेक्टर: रियल्टी सेक्टर में 1%, यूटिलिटीज में 0.8%, और आईटी सेक्टर में 0.7% की गिरावट रही।
मार्केट ब्रेड्थ (Market Breadth)
बीएसई में कुल 2,246 शेयरों में गिरावट, 1,910 में बढ़त, और 176 शेयर अपरिवर्तित रहे। इससे यह संकेत मिला कि बाजार का रुझान हल्का नकारात्मक रहा, हालांकि चुनिंदा सेक्टरों में मजबूती बनी रही।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि मेटल और पूंजीगत वस्तुओं के शेयरों ने कुछ सहारा दिया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले कमजोर संकेत और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। निकट भविष्य में बाजार की चाल सीमित दायरे में रहने की संभावना है, जहां शेयर-विशेष (stock-specific) गतिविधियां हावी रहेंगी।
