रिपोर्ट: आदित्य राज दास / नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरने वाली 177 किलोमीटर लंबी भागलपुर–दुमका–रामपुरहाट रेल लाइन के दोहरीकरण परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना पर लगभग 3,169 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

साथ ही, बक्सर-भागलपुर हाई स्पीड कॉरिडोर के मोकामा-मुंगेर ग्रीनफील्ड चार-लेन सेक्शन को भी मंजूरी दी गई है। यह परियोजना 82.40 किलोमीटर लंबी होगी और इस पर लगभग 4,447 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेल लाइन के दोहरीकरण से परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी, जाम की समस्या कम होगी और रेलवे सेवाओं की विश्वसनीयता एवं दक्षता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजनाएँ प्रधानमंत्री मोदी के नए भारत के विज़न के अनुरूप हैं, जो क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही रोज़गार और स्वरोज़गार के अवसर बढ़ाएँगी।

मोकामा-मुंगेर खंड मोकामा, बड़हिया, लखीसराय, जमालपुर और मुंगेर जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ता है और सीधे भागलपुर से कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। मंत्री ने बताया कि इस परियोजना से 14.83 लाख मानव-दिवस का प्रत्यक्ष रोजगार और 18.46 लाख मानव-दिवस का अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा।

पूर्वी बिहार का मुंगेर-जमालपुर-भागलपुर बेल्ट तेजी से एक औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है, जहाँ आयुध कारखाने, लोकोमोटिव वर्कशॉप, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयाँ, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग हब पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।