
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार ने निवेश में बुनियादी ढांचे और उद्योगों को जितनी प्राथमिकता दी है, उतनी ही प्राथमिकता लोगों, अर्थव्यवस्था और नवाचार को भी दी है। आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार पर बजट के बाद एक वेबिनार को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि लोगों में निवेश का लक्ष्य तीन स्तंभों शिक्षा, कौशल और स्वास्थ्य सेवा पर टिका है। उन्होंने कहा कि आज लोग देख सकते हैं कि कैसे कई दशकों के बाद भारत की शिक्षा प्रणाली एक बड़े बदलाव से गुजर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक टेलीमेडिसिन सुविधा का विस्तार किया जा रहा है। डे-केयर कैंसर केंद्रों और डिजिटल स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे के माध्यम से सरकार गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को अंतिम छोर तक ले जाना चाहती है। उन्होंने कहा कि वेबिनार के विषय लोगों, अर्थव्यवस्था और नवाचार में निवेश विकसित भारत के रोडमैप को परिभाषित करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि इस बजट में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिये जिससे भारत एआई क्षमताओं को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय वृहद भाषा मॉडल स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में निजी क्षेत्र को भी दुनिया से एक कदम आगे रहने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में कई कदम उठाए हैं। अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड़ रुपये का कोष पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे डीप टेक फंड ऑफ फंड्स के साथ उभरते क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा। रोजगार सृजन सरकार के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक रहा है। प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, सरकार ने नौकरी में वृद्धि को बढ़ावा देने और रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने के लिए कई कदम उठाए हैं।