संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन संसद की सुरक्षा में सेंध लगी है. दो युवकों ने लोकसभा की विजिटर गैलरी से नीचें छलांग लगाते हुए संसद की सुरक्षा के दावों को तार-तार कर दिया. इस बीच खबर आ रही है कि दोनों आरोपी कर्नाटक से सांसद प्रताप सिम्हा (BJP MP Pratap Simha) के रेफरेंस से बनाए गए विजिटर पास के जरिए संसद में दाखिल हुए थे. ऐसे में आइए जानते हैं कौन हैं प्रताप सिम्हा?

जो दो लोग संसद की कार्यवाही के दौरान घुसे, उनमें एक का नाम सागर बताया गया है. इनके दो साथी संसद के बाहर पकड़े गए. यानी ये कुल चार लोग थे. जिनसे पूछताछ जारी है. सांसद दानिश अली (Danish Ali) ने बताया कि दोनों मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा (Mysuru MP Pratap Simha) के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, शून्यकाल के दौरान दोनों दर्शक गैलरी से कूदे और उनके द्वारा कुछ फेंका गया, जिससे गैस निकल रही थी. उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया. उनसे पुलिस पूछताछ जारी है. 

42 साल के प्रताप सिम्हा मैसूर (कर्नाटक) से बीजेपी के सांसद (BJP MP) हैं. उनके पिता का नाम स्वर्गीय बी.ई. गोपाल गौड़ा है. एक मतदाता के रूप में उनकी पहचान 215-चामुंडेश्वरी (कर्नाटक) निर्वाचन क्षेत्र, भाग संख्या 109 में क्रमांक 845 पर दर्ज है. वो कन्नड़ भाषा के समाचार पत्रों में कॉलम लिखते हैं. सिम्हा पेशे से पत्रकार रह चुके हैं. वो अपनी तेजतर्रार हिंदुत्व राजनीति के लिए जाने जाते हैं. वो कर्नाटक के युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष हैं. 

प्रताप सिम्हा का जन्म कर्नाटक के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक सकलेशपुर में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत विजया कर्नाटक समाचार पत्र में एक पत्रकार के रूप में की, जो कर्नाटक में प्रकाशित एक दैनिक मेल था. जल्द ही वह अपने कॉलम ‘बेट्टाले जगत्तु’ (नग्न दुनिया) के लिए सुर्खियों में आ गए थे जो दुनिया के प्रति तेज और आलोचनात्मक दृष्टिकोण से भरा था. आगे साल 2008 में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर एक जीवनी लिखी जिसका शीर्षक था ‘नरेंद्र मोदी: यारू थुलियादा हादी’ (Narendra Modi: The Untrodden Road) शीर्षक से एक जीवनी लिखी थी. ZEE