इंद्र वशिष्ठ, 

सीबीआई  ने दिल्ली सरकार के दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के कानून अधिकारी विजय मग्गो को शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। विजय मग्गो ने 40 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। तलाशी के दौरान विजय मग्गो के घर से 3.79 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए है। 

सीबीआई ने करोल बाग निवासी कर्ण गुप्ता की शिकायत के आधार पर दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के कानून अधिकारी (लीगल अफसर) विजय मग्गो, निजी व्यक्ति सतीश एवं अन्य अज्ञात व्यक्तियों सहित आरोपियों के विरुद्ध दिनाँक 07.11.2024 को मामला दर्ज किया।

शिकायत में कर्ण गुप्ता ने आरोप लगाया कि  कानून अधिकारी विजय मग्गो ने पी.के. झा, प्रिंसीपल डायरेक्टर, डीयूएसआईबी के साथ मिलीभगत करके उसकी दुकानों की सील खोलने के लिए 40 लाख रुपए रिश्वत मांगी। 

कर्ण गुप्ता की पहाड़ गंज के मुल्तानी ढांडा में दो दुकानों( मिनिस्ट्री ऑफ केक्स और श्री सांवरिया स्वीट्स) में अनधिकृत निर्माण के लिए डीयूएसआईबी द्वारा 07/07/23 को दोनों दुकानों को सील कर दिया गया था।

कर्ण गुप्ता का आरोप है कि विजय मग्गो ने कहा कि अगर मैं उन्हें 40 लाख रुपए की रिश्वत देता हूं तो वह उसकी दुकानों को बिना डी-सील के आधिकारिक दस्तावेज के खोलने की सुविधा देंगे। दोनों दुकानों को बेरोकटोक चलने देंगे और उसे आश्वासन दिया कि कोई भी जांच के लिए नहीं आएगा, अगर कोई जांच के लिए आता है या कोई शिकायत मिलती है तो हम कुछ दिनों के लिए दुकान को फिर से सील कर देंगे और तस्वीर खींच कर दिखा देंगे कि यह दुकान सील है और कुछ दिन बाद दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दे देंगे। 

सीबीआई ने दिनाँक 07.11.2024 को जाल बिछाया एवं डीयूएसआईबी के आरोपी कानून अधिकारी विजय मग्गो को  शिकायतकर्ता से 05 लाख रुपए की रिश्वत राशि स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथों पकड़ा।  सीबीआई ने आरोपी विजय मग्गो के आवासीय परिसरों की भी तलाशी ली, जिसमें 3.79 करोड़ रुपए का नकद एवं कुछ संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए।