
A Z NAWAB / पटना
– बिहार विधानसभा चुनाव की आहट के बीच राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। आज पटना स्थित विपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के आवास पर महागठबंधन की समन्वय समिति की एक अहम बैठक हुई, जिसमें आगामी चुनावों को लेकर रणनीति तैयार की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता तेजस्वी यादव ने की, जो महागठबंधन द्वारा गठित समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं। बैठक में छह दलों के इस गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे और अन्य अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया, “सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा सकारात्मक रही है। हम सभी दलों के बीच तालमेल बनाकर एनडीए को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। महागठबंधन एकजुट है और यह चुनाव राज्य की दिशा और दशा तय करेगा।”
महागठबंधन के एक अन्य प्रमुख घटक विकसशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने जानकारी दी कि समन्वय समिति के साथ-साथ सभी उप-समितियों की बैठकें भी आज संपन्न हुईं। उन्होंने बताया, “चुनावी रणनीति को लेकर गहन विचार हुआ है। हमारी प्राथमिकता जनता के मुद्दों को सामने लाकर एनडीए के कुशासन के खिलाफ मजबूत विकल्प पेश करना है।”
बैठक में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) अध्यक्ष राजेश कुमार, बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और वाम दलों के वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, वीआईपी, वाम दलों समेत छह दल शामिल हैं और यह गठबंधन 2025 के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ एनडीए को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुट गया है।
आज की बैठक को विपक्षी एकजुटता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि महागठबंधन अपने भीतर सीट बंटवारे का पेच कैसे सुलझाता है और जनता के सामने एक सशक्त और संगठित विकल्प के रूप में खुद को पेश कर पाता है या नहीं।
