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भुवनेश्वर: ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तटीय क्षेत्र से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रक्रिया के शुक्रवार सुबह तक जारी रहने की संभावना है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतर कनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी।

भद्रक में भारी तबाही, कई इलाकों में उखड़े पेड़

दाना तूफान के दस्तक देने के बाद से ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इस कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश से ओडिशा के धामरा भद्रक में भारी तबाही मची है। कई जगह पेड़ गिरे हुए हैं। दाना तूफान की वजह से ओडिशा के बांसडा में भारी तबाही हुई। ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में चक्रवाती तूफान दाना के आने का सिलसिला जारी है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान चक्रवात ‘दाना’ और स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा सरकार की तैयारियों पर चर्चा की। केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री को स्थिति से अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा की गई तैयारियों पर भी संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य द्वारा मांगी गई एनडीआरएफ की टीमें भी उपलब्ध करा दी हैं। एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित स्थानों पर पहुंच चुकी हैं और उन्हें तैनात कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि 11 जिलों के 38 ब्लॉकों के 1,653 गांवों और नौ नगरपालिकाओं के 26 वार्डों में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का असर पड़ने की आशंका है। सरकार ने प्रभावित जिलों के निचले और संवेदनशील इलाकों में रहने वाले 3,62,000 लोगों को निकालने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गुरुवार सुबह 11 बजे तक तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से चक्रवात आश्रय स्थलों में पहुंचाया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले कुछ घंटों में लोगों को निकालने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

सीएम माझी ने कहा कि 2,338 गर्भवती महिलाओं को भी नजदीकी अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया गया है। निकाले गए लोगों को ठहरने के लिए 842 स्थायी चक्रवात आश्रय और 6,443 अस्थायी राहत केंद्र चालू किए गए हैं। प्रभावित जिलों में 19 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), 51 ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और 220 ओडिशा अग्निशमन सेवा दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, इन जिलों में राज्य पुलिस बल की 157 प्लाटून भी तैनात की गई हैं।

इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ की ‘आंख’ (चक्रवाती तूफान का केंद्र) अभी तक विकसित नहीं हुआ है। महापात्र ने कहा कि ‘आंख’ तब बनती है जब चक्रवाती प्रणाली बहुत मजबूत हो जाती है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान भीषण चक्रवात के रूप में बना हुआ है और आईएमडी द्वारा पूर्वानुमानित रूप से आगे बढ़ रहा है।

उल्लेखनीय है कि ‘दाना’ के उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की मध्य रात्रि से 25 अक्टूबर की सुबह तक पुरी और सागर द्वीप के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को भितरकनिका और धामरा (ओडिशा) के पास पार करने की प्रबल संभावना है। इस दौरान हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है जो 120 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।