BIZ DESK

भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक बुधवार को सपाट शुरुआत के बाद मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। क्रिसमस की छुट्टी से पहले निवेशक सतर्क रहे और वैश्विक संकेतों के मिश्रित रहने के साथ-साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली ने बाजार की तेजी पर लगाम लगाई।

बीएसई, एनएसई और मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को क्रिसमस के अवसर पर बंद रहेंगे। कारोबार शुक्रवार, 26 दिसंबर से फिर शुरू होगा।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि छुट्टियों के कारण छोटा रहे सप्ताह में भारतीय बाजार सीमित दायरे में रहे और कारोबार का वॉल्यूम भी कम रहा, जैसा रुझान एशियाई बाजारों में भी देखने को मिला।

नीतिगत मोर्चे पर, भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग प्रणाली में तरलता बढ़ाने के लिए ₹2 लाख करोड़ के सरकारी बॉन्ड की खरीद (ओएमओ) और 10 अरब डॉलर का डॉलर-रुपया बाय/सेल स्वैप नीलामी करने की घोषणा की है। ये कदम 29 दिसंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 के बीच लागू होंगे। नायर ने कहा कि इन उपायों से सिस्टम में तरलता सुधरेगी और रुपये की अस्थिरता को थामने में मदद मिलेगी।

वैश्विक स्तर पर, उन्होंने बताया कि अमेरिका के मजबूत जीडीपी आंकड़ों ने आर्थिक मजबूती का संकेत दिया, लेकिन बढ़ती बेरोजगारी ने जोखिम लेने की प्रवृत्ति को कमजोर किया। कमजोर डॉलर, भू-राजनीतिक जोखिम और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आगे भी नीतिगत नरमी की उम्मीद से सोने को समर्थन मिला, जबकि ब्रेंट कच्चा तेल बहु-वर्षीय निचले स्तर के आसपास रहने से वैश्विक महंगाई के लिए सकारात्मक संकेत मिला।

कारोबार के दौरान करीब 396 अंक चढ़ने के बाद सेंसेक्स अंत में 116.14 अंक या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,408.70 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 भी 35.05 अंक या 0.13 प्रतिशत फिसलकर 26,142.10 पर बंद हुआ, जबकि दिन में इसने 26,236.40 का उच्च स्तर छुआ।

एसबीआई सिक्योरिटीज के तकनीकी एवं डेरिवेटिव्स रिसर्च प्रमुख सुदीप शाह ने कहा कि स्मॉलकैप सूचकांक ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए करीब 0.28 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जबकि मिडकैप सूचकांक 0.60 प्रतिशत टूट गया। उन्होंने बताया कि स्मॉलकैप सूचकांक लगातार चौथे सत्र में नए उच्च स्तर पर पहुंचा।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि चुनिंदा वित्तीय शेयरों में खरीदारी देखी गई, हालांकि कैपिटल मार्केट सूचकांक करीब 1 प्रतिशत गिर गया। बैंक निफ्टी पर भी बिकवाली का दबाव रहा।

डेरिवेटिव्स सेगमेंट में मनप्पुरम, साइनजीन, कोल इंडिया, नुवामा और कोफोर्ज जैसे शेयरों में ओपन इंटरेस्ट में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई।

आगे देखते हुए नायर ने कहा कि निकट अवधि में बाजार में सुस्ती बनी रह सकती है, लेकिन निवेशकों की नजर व्यापार से जुड़े घटनाक्रमों पर रहेगी।


सेक्टरवार प्रदर्शन

तेजी वाले सेक्टर:

  • निफ्टी मीडिया – सबसे बड़ा बढ़त वाला सेक्टर
  • निफ्टी रियल्टी – दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

कमजोर सेक्टर:

  • निफ्टी ऑयल एंड गैस – सबसे ज्यादा दबाव में
  • निफ्टी केमिकल्स – कमजोर
  • निफ्टी आईटी – गिरावट के साथ बंद

वित्तीय व बैंकिंग:

  • चुनिंदा वित्तीय शेयरों में खरीदारी
  • बैंक निफ्टी में तेज बिकवाली का दबाव

कैपिटल मार्केट:

  • कैपिटल मार्केट सूचकांक करीब 1% गिरा

ब्रॉडर मार्केट:

  • स्मॉलकैप: +0.28% (बेहतर प्रदर्शन, नए उच्च स्तर)
  • मिडकैप: –0.60% (कमजोर)

डेरिवेटिव्स – ज्यादा ओपन इंटरेस्ट वाले शेयर:

  • मनप्पुरम
  • साइनजीन
  • कोल इंडिया
  • नुवामा
  • कोफोर्ज