AMN / NEW DELHI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली को देश के विकास की प्रतीक राजधानी बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को ‘विकसित भारत’ की आकांक्षाओं का प्रतीक बनना चाहिए। यह बात उन्होंने द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II) के उद्घाटन के मौके पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कही।

प्रधानमंत्री ने इन दोनों परियोजनाओं को दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए बड़ी सौगात बताते हुए कहा कि इससे न सिर्फ आवागमन सुगम होगा बल्कि किसानों, श्रमिकों और व्यापारियों को भी व्यापक लाभ मिलेगा।

‘दिल्ली होनी चाहिए विकसित भारत की पहचान’

मोदी ने कहा, “पूरी दुनिया आज भारत की आर्थिक गति और नई सोच को देख रही है। जब विश्व भारत की ओर देखता है, तो सबसे पहले दिल्ली की छवि सामने आती है। इसलिए दिल्ली को ऐसा विकास मॉडल बनाना है जो यह दिखाए कि भारत वास्तव में ‘विकसित’ बनने की दिशा में अग्रसर है।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली का स्वरूप ऐसा होना चाहिए जो आधुनिक भारत की आकांक्षाओं और उपलब्धियों को दर्शाए। “यह केवल राजधानी नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतीक है।”

जनमाष्टमी पर विशेष सांस्कृतिक जुड़ाव

जनमाष्टमी के अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक भावनात्मक और सांस्कृतिक संदर्भ भी जोड़ा। उन्होंने कहा, “हाईवे का नाम द्वारका एक्सप्रेसवे, जगह रोहिणी, अवसर जन्माष्टमी और मैं खुद द्वारकाधीश की धरती से — पूरा माहौल कृष्णमय हो गया है।” इस बयान पर भीड़ से जोरदार तालियां और जयकारे गूंज उठे।

11 वर्षों में ऐतिहासिक विकास: मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले एक दशक में दिल्ली-एनसीआर में हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। “आज दिल्ली-एनसीआर में चौड़े एक्सप्रेसवे, विश्वस्तरीय मेट्रो नेटवर्क और नये-नये रेल विकल्प जैसे ‘नमो भारत’ जैसी योजनाएं जमीन पर उतर चुकी हैं। यह ‘ईज ऑफ कनेक्टिविटी’ का उदाहरण हैं।”

सड़क शो और जनसंपर्क

उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने मुंडका-बक्करवाला गांव टोल प्लाजा के पास एक भव्य रोड शो किया, जहां सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग उन्हें देखने और स्वागत करने पहुंचे। पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया।

इसके बाद उन्होंने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से बातचीत की और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए धन्यवाद भी दिया।

इस दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहे। सभी नेताओं ने मिलकर परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और जनता को नए अवसंरचना विकास की सौगात दी।

दिल्ली: अब केवल राजधानी नहीं, विकास का चेहरा

प्रधानमंत्री का यह संदेश साफ था — दिल्ली को अब सिर्फ राजनीतिक राजधानी नहीं, बल्कि भारत के विकास की दिशा और दशा का नेतृत्व करने वाला शहर बनना होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे और यूईआर-II जैसे प्रोजेक्ट इसी दिशा में एक बड़ा कदम हैं।