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केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को कहा कि भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ और ठोस क़दम उठा रहा है। उन्होंने यह जानकारी X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए बताया कि देश का ऊर्जा भविष्य सुरक्षित किया जा रहा है।
पुरी ने लिखा, “हम भविष्य का इंतज़ार नहीं कर रहे, हम उसे गढ़ रहे हैं।” उन्होंने बताया कि भारत ने अब 10 लाख वर्ग किलोमीटर का अपतटीय क्षेत्र तेल और गैस खोज के लिए खोल दिया है और 99% ‘नो-गो’ क्षेत्र अब अनलॉक हो चुके हैं।
ओपन एकरेज लाइसेंसिंग प्रोग्राम (OALP) राउंड-X के तहत 25 नए ब्लॉक पेश किए गए हैं। इस समय 154 ब्लॉक सक्रिय हैं और अब तक 14 नई तेल और गैस खोजें हो चुकी हैं। मिशन अन्वेषण के तहत ₹792 करोड़ का निवेश किया गया है और 6200 ग्लोबल किलोमीटर सिस्मिक डाटा संग्रहित हो चुका है।
पुरी ने बताया कि हाल ही में ऑयलफील्ड्स अधिनियम, 1948 में संशोधन किया गया है और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियमावली भी जारी की गई है। सरकार ने राजस्व साझेदारी अनुबंध (MRSC) व पट्टों पर सुझाव भी आमंत्रित किए हैं।
साथ ही, उन्होंने बताया कि स्वच्छ रसोई गैस अब लगभग हर भारतीय घर की पहुंच में है। “2014 में 55 शहरों से शुरू होकर, अब यह नेटवर्क 300 से अधिक शहरों तक फैल चुका है, और 1.5 करोड़ रसोईघर गैस कनेक्शन से जुड़ चुके हैं।”
पुरी ने इसे ऊर्जा निवेश के लिए स्वर्णिम अवसर बताया और कहा कि अब भारत में ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करना पहले से कहीं ज़्यादा आसान, तेज़ और लाभदायक हो गया है।
