
ब्रासीलिया, ब्राज़ील | 5 जून 2025 — BRICS संसदीय मंच के दूसरे कार्य सत्र में बोलते हुए लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला ने विकासशील देशों की आकांक्षाओं के अनुरूप न्यायसंगत और नियम-आधारित वैश्विक व्यापार व्यवस्था की जोरदार वकालत की। उन्होंने BRICS मंच को ऐसा मंच बताया जहाँ सामूहिक संवाद और सहयोग से वैश्विक आर्थिक दिशा को बदला जा सकता है।
भारत: एक आर्थिक शक्ति के रूप में उदय
श्री बिड़ला ने भारत की आर्थिक यात्रा को रेखांकित करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से भारत अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। उन्होंने बताया कि भारत की GDP ने पिछले एक दशक में औसतन 7% से अधिक की दर से वृद्धि की है। यह विकास, स्थिर सरकार, मज़बूत नीतियों और जनसहभागिता का प्रमाण है।
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जल, ऊर्जा, परिवहन, डिजिटल और लॉजिस्टिक्स जैसे बुनियादी ढांचे में हुई ऐतिहासिक प्रगति को “न्यू इंडिया” की परिभाषा बताया।
भारत का युवा: दुनिया के लिए पूंजी
श्री बिड़ला ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका युवा जनसंख्या है—जहाँ 65% लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं। उन्होंने स्किल इंडिया, पीएम कौशल विकास योजना और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे कार्यक्रमों को भारत की भविष्य रणनीति का हिस्सा बताया।
“जहाँ कई विकसित देशों को बूढ़ी आबादी और श्रम की कमी का सामना है, वहीं भारत दुनिया की स्किल कैपिटल बनकर उभर रहा है,” उन्होंने कहा।
तकनीक और नवाचार में अग्रणी भारत
भारत को उन्होंने “दुनिया की फार्मेसी”, आईटी सेवाओं का नेता, और स्टार्टअप इकोसिस्टम में तीसरे स्थान पर बताते हुए कहा कि UPI, जैम ट्रिनिटी, और ई-नाम जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म BRICS देशों के लिए आदर्श बन सकते हैं।
आतंकवाद पर भारत का कड़ा रुख
श्री बिड़ला ने जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी ढांचे को खत्म करने में नाकाम रहा है। उन्होंने बताया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत संतुलित और सटीक जवाब दिया।
“भारत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति पर अडिग है,” उन्होंने स्पष्ट किया।
भारत-ब्राज़ील: उभरती हुई साझेदारी
फोरम के इतर, श्री बिड़ला ने ब्राजील के सीनेट अध्यक्ष श्री डावी अलकोलुम्ब्रे और प्रतिनिधि सभा अध्यक्ष श्री ह्यूगो मोटा से मुलाकात की। उन्होंने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
अंत में श्री बिड़ला ने कहा, “भारत और ब्राज़ील मिलकर ग्लोबल साउथ के लिए नवाचार और साझेदारी का उदाहरण बन सकते हैं।”
