इंद्र वशिष्ठ,

दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट द्वारा भी भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को पकड़ने का सिलसिला जारी है। लगातार धरपकड़ के बावजूद भ्रष्टाचार थम नहीं रहा है। 

 विजिलेंस यूनिट ने बवाना थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को पांच हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान ने बलात्कार के आरोपी की अग्रिम जमानत कराने में मदद करने के लिए रिश्वत मांगी थी। 

6 नवंबर को बवाना थाने में अपने कमरे में 

बलात्कार के आरोपी की पत्नी से रिश्वत लेते हुए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को गिरफ्तार किया गया। रिश्वत की रकम पूजा चौहान की जींस की जेब से बरामद हुई। 

बलात्कार के आरोपी की पत्नी ने विजिलेंस यूनिट में दी अपनी शिकायत में बताया कि सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान रिश्वत के लिए लगातार दबाव डाल रही है। पूजा चौहान ने उसे धमकी दी कि अगर रिश्वत नहीं दी, तो वह उसके पति की अग्रिम जमानत नहीं होने देगी। बलात्कार के आरोपी की अग्रिम जमानत की अर्जी अदालत ने 5 नवंबर को खारिज कर दी थी। सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान के सुझाए वकील ने आरोपी की पत्नी से डेढ़ लाख रुपए मांगे। 

शिकायतकर्ता ने सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान से कहा कि वह इतना पैसा नहीं दे सकती। इस पर पूजा चौहान ने पचास हजार रुपए रिश्वत मांगी। परस्पर बातचीत के बाद पूजा चौहान बीस हजार रुपए रिश्वत लेने को तैयार हो गई। शिकायतकर्ता दस हजार रुपए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को पहले  दे चुकी थी। सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान ने शिकायतकर्ता से कहा कि रिश्वत की बकाया रकम का भुगतान करने के बाद अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में आवेदन करना। 

भ्रष्टाचार का सिलसिला- 

विजिलेंस यूनिट ने ही चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को थाने में ही दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। 

विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। 

सीबीआई ने 24 अक्टूबर को माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। 

सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के  इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी।