सुधीर कुमार / SUDHIR KUMAR

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल अरेस्ट को लेकर चिंता प्रकट की है। आज सुबह आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कानूनन किसी को भी डिजिटली अरेस्ट नहीं किया जा सकता। उन्होंने स्पष्ट किया कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सभी जांच एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान एक पीड़ित और एक जालसाज के बीच हुई बातचीत को भी सुनाया। बातचीत में जालसाज अपने को पुलिस, सीबीआई अथवा नार्कोटिक्स विभाग का अधिकारी बता रहा था। ऐसे जालसाज, पीड़ित से व्यक्तिगत सूचनाएं लेकर भय का माहौल पैदा कर देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर वर्ग और आयु समूह के व्यक्ति डिजिटल अरेस्ट के शिकार हुए हैं और उन्हें भय के चलते लाखों रुपये गंवाने पड़े हैं।

उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे फर्जी कॉल आने पर भयभीत न हों। श्री मोदी ने स्पष्ट किया कि जांच एजेंसिया कभी भी फोन या वीडियो के जरिये पूछताछ नहीं करतीं।

प्रधानमंत्री ने डिजिटल सुरक्षा के लिए तीन उपायों की चर्चा की। ये उपाय हैं-रुको, सोचो और करो। उन्होंने ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर लोगों को शांत रहने और अपनी व्यक्तिगत सूचना किसी से भी साझा न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि संभव होने पर ऐसे क्षण का स्क्रीनशॉट लेना चाहिए और बातचीत को रिकार्ड करना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने लोगों को ऐसे मामलों में सलाह के लिए साइबर हेल्पलाइन नम्बर 1930 डायल करने और वेबसाइट साइबर क्राइम डोट जीओवी डॉट इन पर मामले की जानकारी देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में परिवार और पुलिस को जानकारी दी जानी चाहिए और सबूत सुरक्षित रखने चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी एजेंसियों के बीच तालमेल के लिए राष्ट्रीय साइबर समन्वय केंद्र स्थापित किया गया है। इन एजेंसियों ने वीडियो कॉल करने वाले हजारों फर्जी आई डी, लाखों सिमकार्ड, मोबाइल फोन और बैंक खातों को ब्लॉक किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि साइबर फर्जीवाड़े के शिकार लोगों को जागरूकता का प्रसार करना चाहिए। इसके लिए हैशटेग सेफ डिजिटल इंडिया का उपयोग किया जा सकता है। श्री मोदी ने कहा कि साइबर जालसाजी के विरूद्ध अभियान में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों को शामिल किया जाना चाहिए।

कल विश्व एनिमेशन दिवस है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एनिमेशन की दुनिया में नई क्रांति की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भारत को एनिमेशन की दुनिया की वैश्विक शक्ति बनाने का संकल्प लें। श्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि छोटा भीम, ठोलक पुर का ठोल, कृष्णा, हनुमान और मोटू-पतलू के प्रशंसक दुनिया भर में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन से लेकर सिनेमा तक और गेमिंग कन्सोल से लेकर वर्चुअल रिएलिटी तक-एनिमेशन हर जगह मौजूद है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में गेमिंग की दुनिया का लगातार विस्तार हो रहा है और भारतीय खेल दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि भारतीय प्रतिभाएं वैश्विक स्तर पर भी गेमिंग में मह्त्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। श्री मोदी ने स्पाइडर मैन और ट्रांसफॉर्मर्स जैसी फिल्मों में हरि नारायण राजीव के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि अब भारत के युवा मौलिक सामग्री तैयार कर रहे हैं, जो देश की संस्कृति की झलक दर्शाती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब एनिमेशन एक ऐसा उद्योग बन गया है जो अन्य उद्योगों को भी ताकत दे रहा है और वी आर टूरिज्म इसका एक लोकप्रिय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एनीमेशन के साथ कहानीकारों, लेखकों, अच्छी आवाज वालों, संगीतकारों, गेम डवलपरों, वीआर और एआर विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है। श्री मोदी ने युवाओं से अपनी सृजनात्मकता को विस्तार देने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह अभियान देश की सामूहिक चेतना का अंग बन गया है। श्री मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर होने के बाद भारत हर क्षेत्र में अच्छा कर रहा है। उन्होंने कहा कि पहले, भारत रक्षा उपकरणों का सबसे बड़ा खरीददार था लेकिन अब वह 85 देशों को निर्यात कर रहा है। श्री मोदी ने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है और इसी महीने लद्दाख के हानले में एशिया के सबसे बड़े इमेजिंग टेलीस्कोप एमएसीई का उद्घाटन किया गया है। भारत में बना यह टेलीस्कोप 4 हजार 3 सौ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

प्रधानमंत्री ने श्रोताओं से नवाचार और आत्मनिर्भर भारत संबंधी उदाहरण सोशल मीडिया पर साझा करने की अपील की। उन्होंने त्योहारों के इस मौसम में खऱीदारी करते समय वोकल फॉर लोकल के मंत्र को ध्यान में रखने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष दो महान नायकों-सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। सरदार पटेल की 150वीं जंयती इस महीने की 31 तारीख को है। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती 15 नवम्बर को मनायी जाएगी। श्री मोदी ने कहा कि इन दोनों महान आत्माओं को कठिन चुनौतियों को सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी उन्होंने देश की एकता के स्वप्न को नहीं छोड़ा।

प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर हुए विशेष आयोजनों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वायर से लेकर अफ्रीका के सबसे छोटे गांव तक- दुनियाभर के लोगों ने सत्य और अहिंसा के भारत के संदेश को अपने जीवन में उतारा था। श्री मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर भी देश के युवाओं ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक शक्ति को पहचाना था।

प्रधानमंत्री ने लोगों से लौहपुरुष सरदार पटेल पर अपने विचार हैशटेग सरदार 150 पर और धरती आबा बिरसा मुंडा अपने विचार हैशटेग बिरसा मुंडा 150 पर साझा करने की अपील की।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कैलीग्राफी का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि आजकल जम्‍मू-कश्‍मीर में स्‍थानीय संस्‍कृति को लोकप्रिय बनाने के लिए कैलीग्राफी का प्रयोग हो रहा है। उन्‍होंने अनंतनाग के फिरदौसा बशीर का जिक्र किया जिनको कैलीग्राफी में महारत हासिल है। उन्‍होंने इसके माध्‍यम से स्‍थानीय संस्‍कृति के विभिन्‍न पहलुओं को उजागर किया है। श्री मोदी ने कहा कि इसी तरह का प्रयास उधमपुर के गौरीनाथ भी कर रहे हैं।

वह एक सदी से अधिक पुरानी सारंगी के माध्‍यम से डोगरा संस्‍कृति और धरोहर को सहेजने में जुटे हैं। उन्‍होंने कहा कि पूरे देश में ऐसी असाधारण प्रतिभा के बहुत लोग हैं जो अपनी प्रतिभा से स्‍थानीय धरोहर का संरक्षण कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने डी. वैकुंठम का उल्‍लेख किया जो तेलंगाना में पचास वर्षों से चेरियाल लोक कला को लोकप्रिय बना रहे हैं। श्री मोदी ने छत्‍तीसगढ़ में नारायणपुर के बुटलूराम माथरा का भी उल्‍लेख किया जो अबूझमाडि़या जनजाति की लोककला का संरक्षण कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने रूस के याकुत्‍स्‍क में कालिदास के अभिज्ञान शाकुंतलम के मंचन पर प्रसन्‍नता जताई। उन्‍होंने कहा कि हाल ही की लाओस यात्रा के दौरान स्‍थानीय कलाकारों द्वारा लाओस की रामायण का मंचन देखना रोमांचकारी रहा। उन्‍होंने कहा कि कुवैत में अब्‍दुल्‍ला अल बारून ने महाभारत और रामायण का अरबी में अनुवाद किया है। श्री मोदी ने पेरू की एरलिंदा गार्सिआ का उदाहरण दिया।

वह युवाओं को भरतनाटयम सिखा रही हैं। इसी तरह मारिया वालदेस ओडिसी नृत्‍य का प्रशिक्षण दे रही हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारतीय शास्‍त्रीय नृत्‍य दक्षिण अमरीका की कई देशों में लोकप्रिय हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि लोगों को हैशटेग कल्‍चरल ब्रिज के माध्‍यम से ऐसे सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों को प्रोत्‍साहित करना चाहिए।

मन की बात में प्रधानमंत्री ने फिट इंडिया के बारे में भी बात की। उन्‍होंने संतोष जाहिर किया कि भारत के लोग फिटनेस के बारे में ज्‍यादा जागरूक हो रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि फिट इंडिया की भावना अब एक जन आंदोलन बन रही है।

उन्‍होंने कहा बरसात के बावजूद श्रीनगर में योग दिवस के अवसर पर अनेक लोग योग करने के लिए एकत्र हुए। उन्‍होंने स्‍कूलों में फिट इंडिया स्‍कूल आवर्स को एक अनूठी पहल बताया। उन्‍होंने कहा कि स्‍कूलों में पहला घंटा फिटनेस की गतिविधियों के लिए प्रयोग हो रहा है। उन्‍होंने लोगों से सोशल मीडिया पर हैशटेग फिट इंडिया का प्रयोग करते हुए अपने गतिविधियों को साझा करने को कहा।

श्री मोदी ने इस वर्ष 31 अक्‍तूबर को दिवाली के अवसर पर सरदार पटेल की जयंती का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि इसके कारण रन फॉर यूनिटी इस वर्ष 31 अक्‍तूबर की बजाए 29 अक्‍तूबर को आयोजित होगी। उन्‍होंने इस अवसर पर लोगों से अधिक संख्‍या में भाग लेने का अनुरोध किया। श्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में धनतेरस, दिवाली, छठ पूजा और गुरूनानक जयंती की शुभकामनाएं दीं।