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गुजरात के तटीय क्षेत्रों से टकराने के बाद चक्रवात बिपरजॉय अब कमजोर हो गया है और इसके अगले छह घंटों के दौरान और कमजोर होने की संभावना है। इसके पूर्व और पूर्वोत्तर की दिशा में बढ़ते रहने तथा बाद के 18 घंटों में दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्‍युंजय महापात्रा ने कहा है कि गुजरात से लगते दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और धोलावीरा से 130 किलोमीटर पूर्वोत्‍तर में दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान में तूफान का प्रभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। उन्‍होंने मीडिया को बताया कि दक्षिण राजस्थान और उससे लगते उत्तर गुजरात के कुछ क्षेत्रों में अधिक से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। उन्‍होंने कहा कि यह बारिश गुजरात और राजस्थान में चक्रवात के प्रभाव से हो रही है और इसका मॉनसून से संबंध नहीं है।

मौसम विभाग ने गुजरात के कच्‍छ, पाटन और बनासकांठा जिलों में भारी वर्षा की भविष्यवाणी की थी। इस बीच, गुजरात के मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रभावित जिलों की स्थिति की समीक्षा की है।

राहत आयुक्‍त आलोक पांडे ने कल हुई इस बैठक के बारे में बताया कि राज्‍य चक्रवात से उत्पन्न प्रभाव से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार था और अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। गुजरात सरकार ने पूर्व निर्धारित योजना के अनुरूप एक लाख से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया। उन्‍होंने कहा कि गुजरात के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्‍या में लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया है और चक्रवात से पहले प्रभावशाली योजना बनाकर हजारों लोगों की जान बचाई गई है। श्री पांडे ने कहा कि चक्रवात से प्रभावित चार हजार छह सौ गांवों में से 3 हजार 580 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है और शेष गांवों में बारिश के बावजूद बिजली आपूर्ति बहाल की जा रही है।

चक्रवात बिपरजॉय के कारण राजस्थान के अनेक जिलों में भी तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पाली, बाड़मेर, सिरोही और जालोर जिलों में आज तेज हवा चलने तथा भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जोधपुर, नागौर, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।