AMN
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि अफगानिस्तान में गरीब लोगों की संख्या लगभग दोगुनी होकर 3 करोड़ 40 लाख हो गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यूएनडीपी के 2022 के आंकड़ों में अनुमान लगाया गया है कि 3 करोड़ 40 लाख अफगान गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि 2021 में अमरीका समर्थित गणतंत्र के पतन के बाद अफगानिस्तान को जारी विदेशी सब्सिडी रोक दी गई और सहायता कार्यक्रमों में बड़ी कटौती कर दी गई।
2020 में अफगानिस्तान में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों की संख्या 1 करोड़ 50 लाख थी। अफगानिस्तान में यूएनडीपी के प्रतिनिधि अब्दुल्ला अल दर्दारी ने कहा, अगर इस साल विदेशी सहायता कम कर दी जाती है तो अफगानिस्तान गहरे संकट में घिर सकता है।