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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज कहा कि सरकार पिछले कुछ वर्षों में स्किल इंडिया मिशन और कौशल विकास केंद्रों के माध्‍यम से करोडों युवाओं का कौशल बढ़ाने का काम कर रही है। पी एम विश्‍वकर्मा कौशल सम्‍मान पर बजट पश्‍चात वेबिनार को संबोधित करते हुए आज सुबह प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों योजनाओं से युवाओं को देश में रोजगार के काफी अवसर मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर परिणाम प्राप्‍त करने के लिए कौशल विकास के क्षेत्र में अधिक लक्षित दृष्टिकोण की आवश्‍यकता है और पीएम विश्‍वकर्मा योजना इस सोच का परिणाम है। उन्‍होंने कहा कि पीएम विश्‍वकर्मा योजना का उद्देश्‍य पारंपरिक शिल्‍पकारों और दस्‍तकारों की समृद्ध परंपरा को न केवल बनाए रखना है परंतु उनका विकास करना भी है। श्री मोदी ने यह भी कहा कि अब कौशल बुनियादी ढांचा प्रणाली का उनकी आवश्‍यकताओं के अनुसार पुनर्गठन करने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम विश्‍वकर्मा योजना करोड़ों लोगों को बड़ी सहायता दे रही है और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्‍येक विश्‍वकर्मा भागीदारी को आसानी से ऋण मिल सके। श्री मोदी ने कहा कि स्‍वतंत्रता के बाद शिल्‍पकारों को जिस प्रकार के हस्‍तक्षेप की जरूरत थी उन्‍हें सरकार से समर्थन नहीं मिल सका। उन्‍होंने यह भी कहा कि इस कारण आज लोग अपने पारंपरिक और पारिवारिक पेशे को छोड़ रहे हैं1 प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम विश्‍वकर्मा कौशल सम्‍मान भारत के शिल्‍पकारों और दस्‍तकारों के लिए है और इसका उद्देश्‍य उनको अपनी कला, क्षमता और उनके सामान की पहुंच बढ़ाने के लिए काम करना है। श्री मोदी ने कहा कि गांवों और शहरों में कई शिल्‍पकार हैं जो अपने हाथों की कुशलता से औजार बनाते हैं और पीएम विश्‍वकर्मा योजना ऐसा विशाल और बिखरा हुआ समुदाय है।