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निर्वाचन आयोग ने कहा है कि अग्रिम योजना बनाने, टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और कड़ी निगरानी व्यवस्था होने से मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनाव कुल मिलाकर आज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गए।
नागालैंड के कुछ जिलों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर राज्य विधानसभा के लिए मतदान आज शांतिपूर्ण रहा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी.शशांक शेखर ने बताया कि शुरूआती जानकारी के अनुसार 83 दशमलव तीन-छह प्रतिशत मतदान होने की खबर है।
मतदान से लौटते समय सड़क दुर्घटना में एक पुलिसकर्मी की मृत्यु हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।
मेघालय में आज के विधानसभा चुनाव में करीब 75 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी फेड्रिक रॉय खरकंगोर ने बताया कि कुछ स्थानों से सूचना अभी नहीं मिली है इसलिए अंतिम आंकड़े कल ही मिल सकेंगे। उन्होंने बताया कि इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीनें वापस आनी शुरू हो गई हैं और 2 मार्च को होने वाली मतगणना के लिए सशस्त्र बलों की 22 कंपनियां तैनात की जायेंगी।
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि अग्रिम योजना बनाने, टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और कड़ी निगरानी व्यवस्था होने से मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनाव कुल मिलाकर आज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गए। दोनों राज्यों में विधानसभा की उनसठ-उनसठ सीटों के लिए मतदान कराया गया। मेघालय की सोहिओंग सीट के एक प्रत्याशी के निधन के कारण वहां चुनाव स्थगित करना पड़ा। नागालैंड में एक प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिया गया। आयोग ने बताया कि मेघालय में तीन हजार 419 और नागालैंड में दो हजार 291 मतदान केन्द्रों पर आज शांतिपूर्ण वोट डाले गए और किसी मतदान केन्द्र पर दोबारा मतदान कराये जाने की सूचना नहीं है।
मुख्य निर्वाचन आयोग राजीव कुमार ने सभी मतदाताओं और चुनावकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया जिनके प्रयासों से शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित हुआ। उन्होंने उन चुनावकर्मियों की भी विशेष सराहना की जिन्होंने दुर्गम स्थानों तक जाकर सुनिश्चित किया कि कोई मतदाता वोट करने से वंचित न रहे। पश्चिमी गारो हिल्स में सड़क दुर्घटना में एक चुनावकर्मी की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए निर्वाचन आयोग ने उनके परिजनों को 15 लाख रूपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
दोनों राज्यों में इस बार 2018 के मुकाबले 23 गुना ज्यादा धनराशि जब्त की गई। मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में कुल मिलाकर एक अरब 70 करोड़ रूपये की राशि जब्त की गई।
आज ही झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की एक-एक विधानसभा सीट के लिए वोट डाले गए। त्रिपुरा विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान हुआ था।