Welcome to The Indian Awaaz   Click to listen highlighted text! Welcome to The Indian Awaaz
FILE PHOTO

WEB DESK

विपक्षी एकजुटता को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर और पश्चि्म बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी के अनुरोध के मुताबिक पटना में होने वाली बैठक की तारीख तय हो गयी है। यह बैठक 12 जून को पटना में ही होगी। देश भर से विपक्षी दलों के राजनीतिक दिग्गजों के पटना में एकजुटता का प्रदर्शन करते देखे जाने की उम्मीद जतायी जा रही है।

ममता बनर्जी ने पटना में बैठक का दिया था प्रस्ताव

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी को भी बैठक में शामिल होने को लेकर आमंत्रण भेजा गया है। ऐसी संभावना है कि विपक्ष के 20 ज़्यादा दिग्गज राजनेता पटना में प्रस्तावित बैठक में शामिल होंगे। जदयू सूत्रों का कहना है कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद गांधी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार को उखाड़ फैंकने का संकल्प लिया जाएगा। विपक्षी एकजुटता की पहल के सिलसिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जब कोलकाता में पश्चि्म बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भेंट की थी।

ममता बनर्जी ने ही यह परामर्श दिया था कि इस सिलसिले में एक बड़ी बैठक पटना में आयोजित की जानी चाहिए, उस बैठक में विपक्ष के सभी नेता जुटें और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नीति तय हो।

इसके बाद ही सभी लोगों की सहूलियत के हिसाब से इसकी तारीख तय करने पर काम हो रहा था। दिल्ली में जब हाल ही में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी से मुलाकात की थी। तब कांग्रेस को तारीख तय करने की जिम्मेवारी दी गयी थी।

राहुल गांधी को भेजा गया निमंंत्रण

बैठक में राजनीतिक दिग्गजों के जुटान के संबंध में बताया गया कि राहुल गांधी को आमंत्रण भेजा गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही इस बैठक में शामिल होने का संकेत दे चुके हैं।

इसके अतिरिक्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव, वामदलों के नेता व दक्षिण के राज्यों से भी बड़े नेता इस बैठक में शामिल होंगे।

एक अणे मार्ग में हो सकती है बैठक

विपक्षी एकजुटता की यह बैठक मुख्यमंत्री निवास एक अणे मार्ग में होने की चर्चा है। वैसे अभी इसका वेन्यू आधिकारिक तौर पर तय नहीं हुआ है।

इन बाताें पर होगा विमर्श

महा बैठक में यह तय होगा कि किस समीकरण के तहत विपक्ष एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लोकसभा में चुनाव लड़े। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे का फार्मुला भी दिया है। उनका मानना है कि विपक्ष को सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ विपक्ष का संयुक्त प्रत्याशी उतारने की रणनीति अख्तियार करनी चाहिए। ताकि अलोकतांत्रिक सरकार की सत्ता से बेदखली सुनिश्चित की जा सके। बैठक में यह भी तय होगा कि अगर सरकार बनाए जाने का अवसर मिला तो नीतियां क्या होंगी? बैठक में उस पर भी चर्चा होगी।

Click to listen highlighted text!