
FILE PIC
AMN
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज शुक्रवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी अधिकारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अब किसी भी अधिकारी को तब तक छुट्टी नहीं दी जाएगी, जब तक कि वह चिकित्सकीय कारणों से न हो। जिन अधिकारियों की छुट्टियां पहले से स्वीकृत थीं, उन्हें भी तुरंत ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया गया है।
इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें आपातकालीन स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में एंबुलेंस की तैनाती, जरूरी दवाओं, उपकरणों, ब्लड, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, ICU और HDU तैयारियों, BHISHM क्यूब्स और मोबाइल ट्रॉमा यूनिट्स की व्यवस्था की जानकारी दी गई।
AIIMS दिल्ली और अन्य केंद्रीय अस्पतालों को डॉक्टरों व नर्सों के साथ आपूर्ति तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। इन्हें राज्य, जिला प्रशासन, सशस्त्र बलों और निजी अस्पतालों के साथ तालमेल बनाने को कहा गया है ताकि आपातकालीन नेटवर्क को मजबूत किया जा सके। इसके अलावा, देशभर के प्रमुख अस्पतालों जैसे AIIMS, PGIMER, JIPMER आदि में आपदा की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल भी कराई गई हैं।
मंत्रालय ने सभी अस्पतालों से आवश्यक दवाओं, ब्लड, ऑक्सीजन, और ट्रॉमा किट्स की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है। मंत्रालय स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और देशभर में स्वास्थ्य सेवाएं और आपातकालीन प्रतिक्रिया सुचारू रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी बीच, भारतीय सेना ने 8 और 9 मई की रात पाकिस्तान की तरफ से किए गए कई ड्रोन हमलों और संघर्षविराम उल्लंघनों (CFVs) का सफलतापूर्वक जवाब दिया। सेना ने कहा, “पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमा और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर ड्रोन और अन्य हथियारों से हमले किए, लेकिन भारतीय सेना ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया और उचित जवाब दिया। सेना देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और पाकिस्तान की हर नापाक कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।”-(DD)