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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कोविड-19 से निपटने की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की है। कई राज्‍यों ने प्रधानमंत्री से लॉकडाउन और दो सप्‍ताह बढ़ाने का अनुरोध किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन और दो सप्‍ताह बढ़ाने पर राज्‍यों के बीच सहमति लगती है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ हमारा संघर्ष तब तक मजबूत रहेगा जब तक देश का प्रत्‍येक नागरिक अपनी जिम्‍मेदारी निभायेगा और सरकार तथा प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा।

श्री मोदी ने लॉकडाउन तथा परस्‍पर सुरक्षित दूरी पर जोर देते हुए कहा कि लोगों का जीवन बचाने के लिए यह आवश्‍यक है। उन्‍होंने कहा कि सरकार का मंत्र जान है तो जहान है के स्‍थान पर जान भी और जहान भी होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्‍द्र और राज्‍यों के संयुक्‍त प्रयासों से कोविड-19 का प्रकोप घटाने में मदद मिली है, लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है और सतर्कता जरूरी है। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि अगले तीन-चार सप्‍ताह वायरस के प्रभाव को जानने के लिए महत्‍वपूर्ण हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारत में आवश्‍यक दवाई की पर्याप्‍त आपूर्ति है और अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए जरूरी उपकरणों की उपलब्‍धता सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्‍होंने कालाबाजारी और जमाखोरी करने वाले लोगों को सख्‍त चेतावनी दी। डॉक्‍टरों और चिकित्‍सकर्मियों पर हमले और पूर्वोत्‍तर तथा कश्‍मीर के छात्रों के साथ बुरे बर्ताव की कड़ी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों से सख्‍ती से निपटा जाना चाहिए। उन्‍होंने लॉकडाउन का उल्‍लंघन करने वालों पर काबू करने तथा परस्‍पर दूरी बनाये रखने पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री ने स्‍वास्‍थ्‍य का बुनियादी ढांचा मजबूत करने और रोगियों तक टेलीमेडिसन के जरिये पहुंचने को भी कहा। उन्‍हांने सुझाव दिया कि कृषि उपज की डायरेक्‍ट मार्केटिंग करने से मंडियों में भीड़ को रोका जा सकता है। इसके लिए कृषि उत्‍पाद मंडी समिति प्रावधानों में सुधार किया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि इससे किसानों की मदद हो सकेगी। प्रधानमंत्री ने आरोग्‍य सेतु एप को लोकप्रिय बनाने को कहा। उन्‍होंने इसके लिए दक्षिण कोरिया और सिंगापुर में मिली सफलता का उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि उनके अनुभव से भारत ने इस एप के माध्‍यम से यह प्रयास किया है। इस एप को ई-पास के रूप में इस्‍तेमाल संभावना तलाशने पर बल देते हुए उन्‍होंने कहा कि यह एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान की यात्रा करने में सहायक होगा।

आर्थिक चुनौतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संकट आत्‍मनिर्भर बनने और देश को आर्थिक शक्ति बनाने का एक मौका है।

बैठक में मुख्‍यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्‍यों की स्थिति के बारे में अवगत कराया और महामारी को काबू करने के उपाय, स्‍वास्‍थ्‍य के बुनियादी ढांचे में सुधार प्रवासी मजदूरों की मदद और आवश्‍यक वस्‍तुओं की आपूर्ति बनाये रखने के कदमों की जानकारी दी।

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