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दुनियाभर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस खतरनाक वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 14 हज़ार के पार हो गयी है । तमाम देश अलग-अलग तरीके से इस खतरनाक बीमारी से निपट रहे हैं । महामारी के कारण 35 देशों में लॉकडाउन कर दिया गया है। जहां लोगों की दिनचर्या, आवागमन और व्यापार पर खासा असर पड़ा है। सरकारों ने अपने देश के साथ लगने वाली सीमाओं को सील कर दिया है। विश्व भर में 2 लाख 67 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
कोरोनावायरस के कारण विश्व में करीब एक अरब लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया है। इस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 11201 के पार पहुंच चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं।
महामारी के कारण 35 देशों में लॉकडाउन कर दिया गया है। जहां लोगों की दिनचर्या, आवागमन और व्यापार पर खासा असर पड़ा है। सरकारों ने अपने देश के साथ लगने वाली सीमाओं को सील कर दिया है। विश्व भर में 2 लाख 67 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। सबसे ज्यादा खराब हालात इटली के हैं जहां 4800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इटली में शनिवार को सभी गैर-जरूरी कारखानों को बंद कर दिया गया।
भूमध्यसागर के देशों में 6 करोड़ लोग प्रभावित हैं जो संक्रमण के मुख्य केंद्र के रुप में उभरा है। कोरोना वायरस के कारण इटली में सबसे ज्यादा मौते हुई हैं। इसके बाद चीन और ईरान का नंबर है।
स्पेन में रविवार 394 लोगों की मौत हुई और यहां मरने वाले कुल लोगों का आंकड़ा 1720 के पार पहुंच गया। स्पेन के प्रधानमंत्री ने आने वाले दिनों में बुरे दिन आने की चेतावनी दी है। फ्रांस में 562 लोगों की मौत हुई है और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लोगों को घरों में रहने के लिए उत्साहित करने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद ली जा रही है।
ब्रिटेन में पब, रेस्त्रां और थियेटर को बंद करने का फैसला किया गया है और लोगों से भयभीत होकर खऱीदारी करने को मना किया गया है। अमेरिकी के न्यूयार्क, शिकागो और लॉस एंजलिस में कई चरणों में लॉकडाउन लागू किया गया है। अमेरिका के अन्य हिस्सों में पाबंदियों के लगाए जाने की उम्मीद है।
कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसोम ने 4 करोड़ लोगों को घरों में रहने को कहा है। एक अनुमान के मुताबिक अगले दो महीनों के दौरान कैलिफोर्निया में 60,000 बेघर लोग कोरोना वायरस के कारण बीमार पड़ सकते हैं।
क्या है लॉक डाउन?
लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सती है।*
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोनावायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। Amaan Hashmi