
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने आज दिल्ली तथा सोनीपत के नगर निकायों की कार्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा करने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने नगर निकायों के लिए विशिष्ट निर्देश जारी किए, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के चरम-समय के दौरान निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक लगाना शामिल है। श्री यादव ने दिल्ली में मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधाओं के उचित स्थान के लिए भी निर्देश दिए, जिसमें शहर के 62 यातायात जाम वाले चिन्हित इलाकों से अवैध पार्किंग और अतिक्रमण को हटाना शामिल है।
इन कॉरिडोर पर बीएस-4 मानकों से नीचे के वाहनों पर भी प्रतिबंध है। उन्होंने नगर निगम ठोस अपशिष्ट डंप साइटों पर कचरे से ऊर्जा संयंत्रों के विस्तार की संभावना तलाशने का निर्देश दिया और अगले वर्ष के अंत तक ओखला, भलस्वा और गाजीपुर की पुरानी कचरा डंप साइटों को खत्म करने में तेजी लाने का आह्वान किया।
यह दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आयोजित समीक्षाओं की चल रही श्रृंखला में तीसरी बैठक थी। राष्ट्रीय राजधानी की अंतर्राष्ट्रीय छवि को बेहतर बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए श्री यादव ने वायु प्रदूषण से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए ‘पूरी सरकार’ और ‘पूरे समाज’ के दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया।
