इंद्र वशिष्ठ,
सीबीआई ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर एवं एक मध्यस्थ व्यक्ति के बेटे सहित दो आरोपियों को 91,500 रुपए की रिश्वत के आदान-प्रदान करने के दौरान पकड़ा। तलाशी के दौरान उक्त वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर के परिसर से 2.39 करोड़ रुपए की नकदी बरामद की गई।
सीबीआई ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर मोहम्मद आरिफ़, मध्यस्थ/बिचौलिए भागवत शरण सिंह, बिचौलिए के बेटे किश्लय शरण सिंह, मैसर्स राम इलेक्ट्रोप्लेटर, नई दिल्ली के प्रोपराइटर राजकुमार चुघ, मैसर्स एमवीएम
, नरेला औद्योगिक क्षेत्र के गोपाल नाथ कपूरिया और अज्ञात सरकारी कर्मचारियों एवं निजी व्यक्तियों के ख़िलाफ़ 08.09.2024 को मामला दर्ज किया।
आरोप है कि वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर मोहम्मद आरिफ़ भ्रष्ट आचरण में संलिप्त रहते हुए, आरोपी भगवत शरण सिंह, जो डीपीसीसी से संबंधित मामलों में फर्मों हेतु मध्यस्थ व्यक्ति और सलाहकार के रूप में कार्य करता है, के साथ षड्यंत्र में निजी फर्मों के प्रतिनिधियों से उनकी फर्मों के लिए डीपीसीसी की सहमति के नवीनीकरण में अनुचित पक्षपात करने हेतु रिश्वत प्राप्त कर रहे हैं, मध्यस्थ भागवत शरण सिंह , पर्यावरण इंजीनियर मोहम्मद आरिफ़ के निर्देश पर फर्मों से रिश्वत के पैसे एकत्र करता है और नियमित अंतराल पर उसे सौंपता है।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपी वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर (डीपीसीसी) मोहम्मद आरिफ़ तथा मध्यस्थ भागवत शरण के बेटे किश्लय शरण सिंह को 91,500 रुपए की रिश्वत की राशि के आदान-प्रदान करने के दौरान रंगे हाथों पकड़ा।
आरोपियों के आवासीय एवं कार्यालय परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें आरोपी वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर के आवासीय परिसर से 2.39 करोड़ रुपए की नकदी और कुछ संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए।