भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को सपाट शुरुआत की, लेकिन जल्द ही रफ्तार पकड़ ली। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों, मध्य पूर्व में तनाव घटने और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की संभावनाओं ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया।
सेंसेक्स 116 अंकों की बढ़त के साथ 82,288.51 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 ने 37 अंकों की बढ़त के साथ 25,219.30 का स्तर छुआ।

विश्लेषकों का कहना है कि गुरुवार की दूसरी छमाही में आई रिकवरी ने मंदी के रुझान को संतुलित किया है और अब बाजार में 25,460 अंकों तक जाने की संभावना है। हालांकि 24,982 से नीचे गिरावट की संभावना फिलहाल कम है। निवेशक अब भी अमेरिकी सरकारी शटडाउन और घरेलू तिमाही नतीजों पर नज़र बनाए हुए हैं।

ब्रॉडर मार्केट में भी तेजी दिखी — निफ्टी मिडकैप 100 में 0.18% और स्मॉलकैप 100 में 0.28% की बढ़त दर्ज की गई, जिससे यह संकेत मिला कि तेजी में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर भी शामिल हैं।

सेक्टरवार प्रदर्शन

  • बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर: एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व में मजबूती, स्थिर क्रेडिट ग्रोथ का असर।
  • ऊर्जा और तेल एवं गैस: मध्य पूर्व तनाव कम होने से कच्चे तेल की कीमतों में नरमी, सेक्टर में बढ़त।
  • एफएमसीजी और उपभोक्ता वस्तुएं: त्योहारी मांग की उम्मीदों से स्थिर खरीदारी।
  • आईटी और टेक: लगातार तेजी के बाद हल्का मुनाफा वसूली।
  • मेटल सेक्टर: सबसे कमजोर रहा, 1.4% की गिरावट, जबकि ऑटो और फार्मा सेक्टर भी थोड़े दबाव में रहे।

पावर ग्रिड, एसबीआई, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स और एशियन पेंट्स शीर्ष लाभार्थी रहे, जबकि टाटा स्टील, टीसीएस, और एचसीएल टेक में गिरावट दर्ज की गई।

विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार तीसरे दिन नेट खरीदार बने रहे, जिससे बाजार की समग्र भावना मजबूत बनी रही।