AMN / नई दिल्ली

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “हिंदुस्तान में चुनावों की चोरी हो रही है, और मतदाता सूची से वोटरों के नाम गुपचुप तरीके से हटाए जा रहे हैं।” संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी “चुनावों को प्रभावित करने की साजिश” सामने आई है।

उन्होंने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर कहा कि इसमें दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के वोट खासतौर पर निशाना बनाए जा रहे हैं। राहुल गांधी ने दावा किया कि “हमने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट और वीडियोग्राफी मांगी थी, लेकिन उन्हें देने से इनकार कर दिया गया। इतना ही नहीं, कानून बदलकर यह रास्ता भी बंद कर दिया गया।”

महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले एक करोड़ नए वोट जोड़ दिए गए, और पूरा खेल ‘मैच फिक्सिंग’ जैसा था।”

राहुल गांधी ने कहा कि उनकी टीम ने कर्नाटक की एक लोकसभा सीट पर महीनों तक रिसर्च किया और पाया कि वहां बड़े पैमाने पर फर्जी वोटिंग और गुप्त तरीकों से वोट जोड़ने और हटाने की साजिश रची गई थी। उन्होंने कहा, “हमें अब पूरा सिस्टम समझ में आ गया है—कहां से वोट बनते हैं, कौन बनाता है और किसके इशारे पर बनते हैं।”

उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेताया, “हम चुप नहीं बैठेंगे। ‘इंडिया’ गठबंधन इस साजिश के खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक संघर्ष करेगा।”

बाद में राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी यह मुद्दा उठाया। उन्होंने लिखा:
“महाराष्ट्र में किस तरह से चुनावी मैच फिक्सिंग हुई, हमने दिखाया। कर्नाटक की एक सीट की जांच की, जहां बड़े पैमाने पर वोट चोरी मिली। अब बिहार में दलितों, ओबीसी, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के वोट चुराए जा रहे हैं। ये चुनाव चोरी की सच्चाई है, जिसे हम सामने लाकर रहेंगे।”