AMN / BIZ DESK

बुधवार को भारतीय शेयर बाज़ार में जबरदस्त उछाल देखा गया। जापान और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की खबर ने वैश्विक निवेशकों में विश्वास लौटाया, जिसका असर भारतीय बाज़ार पर भी पड़ा।

बीएसई सेंसेक्स 540 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की मजबूती के साथ 82,727 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 159 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,220 पर बंद हुआ।

मिडकैप-स्मॉलकैप में भी हल्की बढ़त, बाजार की धार थोड़ी कमजोर
बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.2 प्रतिशत चढ़ा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.05 प्रतिशत की मामूली तेजी रही।

हालांकि, समग्र बाज़ार की चाल थोड़ी नकारात्मक रही — 2,025 शेयरों में गिरावट, 2,005 में बढ़त और 168 शेयर स्थिर रहे।

एनएसई में 71 कंपनियों ने 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ, जबकि 25 शेयर अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर पर आ गए।

टाटा मोटर्स और एयरटेल चमके, HUL और रियल्टी में गिरावट
सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियों ने हरे निशान में कारोबार बंद किया।

शीर्ष लाभार्थी:

टाटा मोटर्स में 2.5% की जोरदार तेजी

भारती एयरटेल 2% ऊपर

बजाज फाइनेंस में 1.7% की मजबूती

शीर्ष गिरावट वाले शेयर:

हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) में 1.2% की गिरावट

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और अल्ट्राटेक सीमेंट लगभग 0.7% नीचे

सेक्टोरल प्रदर्शन: टेलीकॉम और ऑटो सेक्टर ने किया नेतृत्व, रियल्टी सबसे कमजोर
बीएसई के 21 में से 17 सेक्टोरल इंडेक्स बढ़त में रहे।

उच्च प्रदर्शन करने वाले सेक्टर:

टेलीकॉम 1.14% उछला

ऑटो 0.86% ऊपर

बैंकिंग सेक्टर (Bankex) 0.75% बढ़ा

कमजोर सेक्टर:

रियल एस्टेट में 2.60% की भारी गिरावट

एफएमसीजी 0.46% नीचे

कैपिटल गुड्स 0.31% फिसला

वैश्विक संकेतों से मिला समर्थन, लेकिन आगे की चाल पर रहें सतर्क
जापान और अमेरिका के व्यापार समझौते के चलते वैश्विक बाजारों में सकारात्मकता लौटी है। इसका असर भारत सहित एशिया के अन्य बाजारों में भी देखने को मिला।

हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि आगे की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी —
✅ कंपनियों के तिमाही नतीजे
✅ अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की अगली बैठक
✅ वैश्विक मुद्रास्फीति के आंकड़े
✅ मानसून की प्रगति और ग्रामीण मांग