By Sudhir Kumar
भारतीय डाक ने हाल ही में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) और तृप्ता टेक्नोलॉजीज के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन ‘भारत ई-मार्ट’ नामक एक पोर्टल के संचालन की सुविधा प्रदान करता है। इस अवसर पर संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने कहा कि सीएआईटी और भारत ई-मार्ट के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) देश के छोटे व्यापारियों को जरूरी लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करेगा, जो उनके व्यवसायों व रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाएगा।
आज भारतीय डाक विभाग 1.59 लाख डाकघरों के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से हर गांव में बैंकिंग व बीमा की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ सरकार की संचालित कई कल्याणकारी योजनाओं के लाभों को सुदूर स्थान तक पहुंचाता है। ऐसे में करोड़ों कारोबारियों का लॉजिस्टिक्स पार्टनर बनना इसके और अधिक विस्तार में क्रातिकारी कदम साबित होगा।
क्या है ‘Bharat eMart’ और कब हुई इसकी घोषणा ?
मार्केटप्लेस ‘Bharat eMart’ की घोषणा पहली बार मई 2020 में CAIT द्वारा की गई थी। इसे ई-कॉमर्स दिग्गजों फ्लिपकार्ट, अमेजन और अन्य के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए लाया गया है। अभी तक इस पोर्टल के साथ तकरीबन 10 मिलियन विक्रेता जुड़ भी चुके हैं। व्यापारी ‘Bharat eMart’ पर अपनी ई-शॉप स्थापित कर सकते हैं। भारतीय डाक विभाग यहां डिलिवरी सेवाओं के लिए अपनी जिम्मेदारी संभालेगा, यानी ‘Bharat eMart’ पर व्यापारी को ऑर्डर प्राप्त होगा जिसे उसके स्थान पर ग्राहक तक पहुंचाने का कार्य इंडिया पोस्ट द्वारा किया जाएगा।
विक्रेता और ग्राहकों से जुड़ा डेटा रहेगा सुरक्षित
वहीं त्रिपक्षीय टाई अप के अनुसार व्यापारियों को उनके व्यवसाय में डेटा प्रबंधन, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संचालन के बारे में भी सिखाया जाएगा। ऐसे में लॉजिस्टिक्स सेवाओं के लिए इंडिया पोस्ट, सीएआईटी और तृप्ता टेक्नोलॉजीज मिलकर काम करेंगे। इससे ‘Bharat eMart’ पोर्टल पर विक्रेता और ग्राहकों से जुड़ा डेटा सुरक्षित रहेगा।
ओएनडीसी मंच को किया जा रहा है विकसित
प्रौद्योगिकी के उपयोग व नई सेवाओं को शामिल करने से भारतीय डाक एक आधुनिक और विविध सेवा प्रदाता बन गया है। आज यह 1.59 लाख डाकघरों के अपने नेटवर्क के माध्यम से हर गांव में बैंकिंग व बीमा की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ सरकार की संचालित कई कल्याणकारी योजनाओं के लाभों को सुदूर स्थान तक पहुंचाता है। भारतीय डाक ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) मंच को वाणिज्य मंत्रालय की ओर से एक लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता के रूप में विकसित किया जा रहा है।
भारतीय डाक विभाग के महत्वपूर्ण कदम
केवल इतना नहीं, भारतीय डाक विभाग आज इसी प्रकार के कई अन्य कार्यों में भी अपनी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जैसे सुकन्या समृद्धि योजना सरकार के सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले कार्यक्रमों में से एक है, जो बालिकाओं को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। इसके अंतर्गत डाक विभाग योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु सुकन्या समृद्धि खाता खोलता है। इसी प्रकार डाक विभाग का महिला सम्मान बचत पत्र है। इसके अंतर्गत महिलाओं की ओर से जमा राशि पर 7.5 फीसदी का अतुलनीय ब्याज प्रदान किया जाता है।
ऐसे में अब व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों को समृद्ध करने के लिए, भारतीय डाक विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। भारतीय डाक विभाग, देशभर में करोड़ों व्यापारियों के लिए लॉजिस्टिक्स साझेदार बन चुका है। यह एक महत्वपूर्ण और सार्थक पहल है जो भारतीय व्यापारियों को और बढ़िया और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करने का उद्देश्य रखती है।