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इंद्र वशिष्ठ

दुबई/गल्फ़ में नौकरी/वीज़ा के नाम पर सैंकड़ों लोगों को ठगने वाले एक गिरोह को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। इस गिरोह द्वारा ठगे गए लोगों में सबसे ज़्यादा केरल के है। 


अपराध शाखा के स्पेशल कमिश्नर रवींद्र यादव ने बताया कि इस गिरोह ने नौकरी/वीज़ा दिलाने का झांसा देकर हरेक व्यक्ति से कंसल्टेंसन फीस के नाम पर 59 हजार रुपए ठगे। यह गिरोह 900 से ज्यादा लोगों को ठग चुका है। अपराध शाखा के साइबर सेल ने गिरोह के सरगना जाकिर नगर निवासी इनाम उल हक अंसारी उर्फ रिजवान अली उर्फ इकराम अली उर्फ समीर खान और उसके भाई इकराम मुजफ्फर (मूल निवासी दरभंगा) के अलावा तबीश हाशमी उर्फ विक्रांत सिंह निवासी दरभंगा , मोहम्मद  तबरेज़ आलम निवासी दरभंगा, तारीक शम्स निवासी जामिया नगर, शंकर कुमार शाह उर्फ महेश कुमार निवासी खिजराबाद दिल्ली और सोम राज उर्फ सोम नाथ कुमार निवासी जाकिर नगर को गिरफ्तार किया है। 


यह गिरोह दुबई/गल्फ़ की प्रसिद्ध कंस्ट्रक्शन कंपनियों के नाम से फर्जी कंपनी बना कर फर्जी दस्तावेज के आधार पर उसे नौकरी डॉट कॉम वेबसाइट पर रजिस्टर्ड कर देता था। रजिस्टर्ड की गई कंपनी फर्जी है या असली नौकरी डॉट कॉम वाले यह जांच ही नहीं करते। इस खामी का ही फायदा ठग उठाते है। यह गिरोह दुबई, गल्फ़ या मलेशिया में नौकरी/ वीज़ा के इच्छुक लोगों का डाटा नौकरी डॉट कॉम से हासिल करके उन्हें फोन और ईमेल करके फंसा लेता था। नौकरी डॉट कॉम पर कंपनी के रजिस्टर्ड होने के कारण लोग उसे सही कंपनी मान लेते थे।

जानकारी/ जागरूकता के अभाव में लोग कंपनी के बारे में वैरीफाई ही नहीं करते थे। यह गिरोह सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्ट्राग्राम आदि पर भी अपनी कंपनी का विज्ञापन/प्रचार करता था। पिछले 5-6 से साल से लोगों को ठग रहे इस गिरोह ने महिपाल पुर, द्वारका, नोएडा, कीर्ति नगर, तैमूर नगर और दरभंगा में अपनी फर्जी कंपनियों के दफ़्तर खोले थे।  सौ- दो सौ लोगों को ठगने के बाद ये अचानक दफ़्तर बंद कर गायब हो जाते थे। फिर किसी दूसरे इलाके में नया दफ़्तर खोल लेते थे। अपने मोबाइल नंबर भी बदल देते थेये लोगों को टूरिस्ट वीज़ा दिलवा देते और  वर्क परमिट बाद में दिलवाने का झांसा देते थे। स्पेशल कमिश्नर रवींद्र यादव ने बताया कि ये गिरोह फर्जी आधार कार्ड बना लेता। उस फर्जी आधार कार्ड के जरिए  बैंक में खाता खोल लेते थे। गिरोह सरगना इनाम उल हक एटीएम कार्ड से उस खाते से रकम निकाल लेता था। डीसीपी अंकित सिंह और  एसीपी प्रभात कुमार सिन्हा की देखरेख में  इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह, सब- इंस्पेक्टर सतवंत सिंह, एएसआई हरविंदर सिंह, प्रवेश राठी, संजय, जसबीर सिंह, हवलदार विपिन, अनुज कुमार, विनोद, आनन्द कुमार, सिपाही सचिन और शिखा की टीम ने इस गिरोह को गिरफ्तार किया है। 

जोगा बाई, जाकिर नगर स्थित गिरोह के ठिकाने से 110 पासपोर्ट, 8 लैपटॉप, 12 मोबाइल फोन, 11 चेकबुक, 2 पासबुक, 9 मुहरें और दस्तावेज आदि बरामद हुए हैं। 

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