
इंद्र वशिष्ठ,
दिल्ली पुलिसकर्मियों के लगातार पकड़े जाने के बावजूद भ्रष्टाचार थम नहीं रहा। सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के सागरपुर थाना में तैनात हवलदार सांवरमल और सिपाही शुभम गिल को ढाई लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। रिश्वत लेने के बाद पुलिसकर्मी ने एसएचओ को फोन किया। सीबीआई की रेड का पता चलते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए सागर थाने का एसएचओ दिनेश कुमार भाग गया।
एक महिला की शिकायत के आधार पर 26 मार्च 2025 को हवलदार सांवरमल और सिपाही शुभम गिल के विरुद्ध मामला दर्ज किया। शिकायतकर्ता महिला नशीले पदार्थ/ड्रग्स बेचने के मामले में कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आई है। उसका भाई जोगा सांसी भी नशीले पदार्थ बेचने का धंधा करता है।
आरोप है कि आरोपी पुलिस कर्मियों ने शिकायतकर्ता महिला को नशे/ड्रग्स का धंधा करने देने और ड्रग्स के मामले में नहीं फंसाने के लिए 5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। आरोपी पुलिसकर्मी बातचीत के बाद शिकायतकर्ता से 3 लाख रुपए की रिश्वत लेने के लिए सहमत हो गए।
सीबीआई ने 26 मार्च को जाल बिछाया और हवलदार सांवरमल और सिपाही शुभम गिल को शिकायतकर्ता से 2.5 लाख रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इन पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी से एक बार फिर ये बात साबित हो गई कि, पुलिस की सांठगांठ से ही ड्रग्स/शराब का अवैध कारोबार चलता है।