इंद्र वशिष्ठ,
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रेलवे के चीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट को 4.80 करोड़ रुपए मूल्य के तीन बिलों को पास करने के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि डीआरएम कार्यालय, पश्चिम रेलवे, मुंबई (महाराष्ट्र) के चीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट संजय वाघेला को शिकायतकर्ता की कंपनी को भुगतान हेतु 4.80 करोड़ रुपए मूल्य के तीन बिलों पर कार्यवाही करने के लिए शिकायतकर्ता (एक निजी कंपनी के प्रतिनिधि) से पचास हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने आरोपी चीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट संजय वाघेला के विरुद्ध मामला दर्ज किया, जिसमें पश्चिम रेलवे को सामग्री आपूर्ति करने वाली एक निजी कंपनी के बिलों पर कार्यवाही के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग का आरोप है। आरोप है कि कंपनी, पश्चिमी रेलवे की नियमित आपूर्तिकर्ता है एवं भुगतान हेतु पश्चिमी रेलवे को सामग्री की आपूर्ति के एवज में बिल जमा करती थी। शिकायतकर्ता (कंपनी का प्रतिनिधि), उक्त कंपनी की ओर से बिलों को समय पर पास करने व भुगतान हेतु पश्चिम रेलवे के लेखा विभाग से संपर्क करता था। यह आरोप है कि उक्त कंपनी ने हाल ही में पश्चिमी रेलवे को सामग्री की आपूर्ति की थी। कंपनी ने आपूर्ति की गई सामग्रियों के एवज में पश्चिम रेलवे के लेखा विभाग को 4.80 करोड़ रुपए के तीन बिल जमा किए। आरोपी चीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट संजय वाघेला, डीआरएम कार्यालय, मुंबई के लेखा अनुभाग में प्रोसेसिंग ऑफिसर है। जब शिकायतकर्ता ने उक्त बिलों पर कार्यवाही के लिए कथित तौर पर चीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट संजय वाघेला से संपर्क किया, तो आरोपी ने शिकायतकर्ता से 4.80 करोड़ रुपए की कुल बिल राशि का 100 रुपए प्रति लाख की दर से रिश्वत कि माँग की(लगभग 50 हजार रुपए रिश्वत)।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं आरोपीचीफ़ ऑफिस सुपरिटेंडेंट संजय वाघेला
को मुंबई स्थित उनके कार्यालय में 50,000 रुपए रिश्वत स्वीकार करने के दौरान पकड़ा।
आरोपी के दो स्थानों पर स्थित परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज आदि बरामद हुए।