इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के मैदान गढ़ी थाने में लड्डू/ रिश्वत खाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। सीबीआई के अनुसार दक्षिण जिले के मैदान गढ़ी थाने में तैनात हवलदार कमल कुमार को शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता राम पाल मैदान गढ़ी गांव में अपनी बेटी के प्लॉट पर निर्माण कार्य करवा रहा था। निर्माण कार्य को बंद करवाने की धमकी दे कर हवलदार कमल कुमार ने दस हजार रुपये प्रति छत/लेंटर रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता हवलदार को 35 हज़ार रुपये पहले दे भी चुका है। शिकायतकर्ता ने सीबीआई में शिकायत कर दी। सीबीआई ने आरोपों के सत्यापन के बाद मामला दर्ज किया और हवलदार को पकड़ने के लिए 28 अक्टूबर को जाल बिछाया। 20 हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए हवलदार कमल कुमार को रंगे हाथ पकड़ लिया।मैदान गढ़ी थाने के एसएचओ राजीव कुमार के कार्यकाल में सीबीआई द्वारा लड्डू यानी रिश्वत खाने वाले पुलिसकर्मियों को पकड़ने का यह दूसरा मामला है। पहले मामले के समय ही एसएचओ राजीव कुमार की भूमिका पर सवालिया निशान लग गया था। इसके बावजूद राजीव कुमार अभी तक एसएचओ के पद पर जमा हुआ है। इससे पुलिस मुख्यालय और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की कार्यप्रणाली और भूमिका पर भी सवालिया निशान लग जाता है। लड्डू खा-खा कर थानेदार बना करोड़पति- सीबीआई ने दो साल पहले 27 अक्टूबर 2021 को मैदान गढ़ी थाने के ही सब-इंस्पेक्टर भोजराज सिंह को 50 हजार रुपए रिश्वत / लड्डू लेते हुए गिरफ्तार किया था। सब- इंस्पेक्टर ने 5 किलो लड्डू (5 लाख रुपये) मांगे, उसने कहा कि लड्डू ‘साहब’ भी खाएंगे।अदालत में शिकायतकर्ता की जमानत की अर्जी का विरोध न करने की एवज में सब-इंस्पेक्टर भोज राज ने रिश्वत की मांग की। लड्डू यानी रिश्वत- सब-इंस्पेक्टर ने रिश्वत की रकम के लिए कोड वर्ड में लड्डू /चीनी शब्द का इस्तेमाल किया था। सब-इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता से कहा कि पांच किलो लड्डू /चीनी नहीं, तो कम से कम दो किलो लड्डू/ चीनी दो, क्योंकि उसमें ‘साहब’, समेत हम दस लोग हैं। यहां ‘साहब’ शब्द का इस्तेमाल एसएचओ के लिए इस्तेमाल किया गया लगता है। सब-इंस्पेक्टर भोजराज के घर से एक करोड़ 7 लाख रुपए और उसकी कार से पांच लाख 47 हजार रुपए बरामद हुए थे। एसीपी की नाक के नीचे रिश्वतखोरी- एक अन्य मामले में 24 अक्टूबर 2023 को उत्तरी जिला के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने सब- इंस्पेक्टर विजय पाल को निलंबित और लाइन हाज़िर कर दिया। सीबीआई ने 20 अक्टूबर 2023 को एसीपी धर्मेंद्र कुमार (ऑपरेशन सेल) के दफ़्तर में तैनात सब- इंस्पेक्टर विजय पाल के ख़िलाफ़ बाप-बेटे को हथियार बनाने के मामले में फंसाने की धमकी दे कर 5 लाख रुपए मांगने का मामला दर्ज किया।