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केंद्र ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने का फैसला किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कल सुबह पौने दस बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रांची में बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र कल भोपाल के जम्बूरी मैदान में जनजातीय गौरव दिवस महा-सम्मेलन में भाग लेने के लिए मध्य प्रदेश की यात्रा पर भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने सदैव भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए आदिवासी समुदायों के अमूल्य योगदान, विशेष रूप से उनके बलिदान पर जोर दिया है। 2016 में स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में, उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा निभाई गई भूमिका पर जोर दिया और बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को समर्पित संग्रहालयों के निर्माण की परिकल्पना की, ताकि आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदानों के बारे में जानकारी मिल सके। जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने अब तक दस आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों के निर्माण को मंजूरी दी है। ये संग्रहालय विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को संजोए रखेंगे।
भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्र सेनानी संग्रहालय झारखंड राज्य सरकार के सहयोग से रांची की पुरानी सेंट्रल जेल में बनाया गया है, जहां भगवान बिरसा मुंडा ने अपने जीवन का बलिदान दिया था। यह राष्ट्र और आदिवासी समुदायों के लिए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि के रूप में जाना जायेगा। जनजातीय संस्कृति और इतिहास को संरक्षित तथा बढ़ावा देने में इस संग्रहालय की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। संग्राहलय में आदिवासियों ने किस तरह अपने जंगलों, भूमि अधिकारों, अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए किस तरह संघर्ष किया तथा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण उनकी वीरता और बलिदान को दर्शाया जाएगा।
स्मृति उद्यान को 25 एकड भूमि पर बनाया गया है और इसमें म्यूजिकल फाउंटेन फूड कोर्ट और चिल्ड्रन पार्क एवं अन्य सुविधाएं होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल भोपाल के जम्बूरी मैदान में जनजातीय गौरव दिवस महा-सम्मेलन में भाग लेने के लिए मध्य प्रदेश की यात्रा पर जाएंगे। लगभग एक बजे वह जनजातीय समुदाय के कल्याण की कई योजनाओं की घोषणा करेंगे। जनजातीय गौरव दिवस महा-सम्मेलन में श्री मोदी मध्य प्रदेश के लिए राशन आपके ग्राम योजना का लोकार्पण करेंगे। इसका उद्देश्य पी डी एस राशन के जनजातीय लाभार्थियों को उनके गांवों में प्रति माह राशन का कोटा उपलब्ध कराना है जिससे उन्हें इसे लेने के लिए दूर यात्रा नहीं करनी पडेगी।
महा-सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री राज्य में मध्य प्रदेश सिकल सेल हीमोग्लोबीनोपैथी मिशन जारी करेंगे जिसमें लाभार्थियों को जैनेटिक काउंसिलिंग कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस मिशन को सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया और अन्य हीमोग्लोबीनोपैथी से पीडित मरीजों की देखभाल करना और उन्हें इलाज उपलब्ध कराना और जनजागरुकता पैदा करना है। इन बीमारियों का मध्य प्रदेश के जनजातीय समाज में बहुत प्रभाव है।
श्री मोदी इस अवसर पर देशभर में 50 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की आधारशिला भी रखेंगे। ये विद्यालय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडीशा, त्रिपुरा और दादर तथा नगर हवेली और दमन और दियू में बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री इस अवसर पर जनजातीय स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की एक प्रदर्शनी और मध्य प्रदेश के जनजातीय समाज से आजादी की लडाई में योगदान देने वाले नायकों और शहीदों की एक फोटो प्रदर्शनी भी देखेंगे। वह वंचित आदिवासी समूहों के नव नियुक्त अध्यापकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपेंगे।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार, नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते और एल मुरुगन भी मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री अपने मध्य प्रदेश दौरे के दौरान कल दोपहर करीब तीन बजे पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। गोंड राज की बहादुर और निडर रानी कमलापति के नाम पर ये रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश का पहला विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन है। सरकारी और निजी भागीदारी में पुनर्विकसित इस स्टेशन में सभी प्रकार की आधुनिक और विश्व स्तरीय सुविधाओं उपलब्ध होंगी। इसमें दिव्यांगों के आने जाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
कार्यक्रम के दौरान श्री मोदी मध्य प्रदेश में रेलवे की अनेक योजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें गेज परिवर्तित और विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज ब्रॉड गेज खंड, भोपाल-बरखेड़ा खंड में तीसरी लाइन, गेज परिवर्तित और विद्युतीकृत मथेला-निमाड़ खीरी ब्रॉड और विद्युतीकृत गुना-ग्वालियर खंड शामिल हैं। इसके साथ ही उज्जैन-इंदौर और इंदौर-उज्जैन के बीच दो नई मेमू ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
