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पहलवानों के धरने को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सौरम गांव में ‘खाप महापंचायत‘ बुलाई। इसमें पहलवानों की ओर से जारी विरोध के मुद्दों पर चर्चा हुई। खाप महापंचायत में बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिलेंगे। इस कार्यक्रम में यूपी, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और पंजाब से खाप और किसान नेता शामिल हुए।

पहलवानों की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और यूपी के गोंडा से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवान किसी जाति के नहीं हैं, इनकी जाति तिरंगा है। हम भी विदेश में अपनी पार्टी का नहीं, देश का झंडा लेकर जाते हैं। अगर न्याय नहीं मिलता तो पूरे देश में लड़ेंगे ये लड़ाई। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहलवानों से कहा कि अपने मेडल गंगा में विसर्जित मत करो, उन्हें नीलामी के लिए रख दो। पूरी दुनिया आगे आएगी और आपसे नीलामी रोकने के लिए कहेगी।’

किसान और खाप पहलवानों को समर्थन क्यों दे रहे हैं? इस सवाल पर टिकैत ने कहा, ‘परिवार बड़ा हो तो अच्छा है।’

मेडल बहाने हरिद्वार गए थे पहलवान

सोमवार को दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद पहलवान अपने मेडल गंगा में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार के लिए रवाना हुए थे। लेकिन भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख राकेश टिकैत और हरियाणा के खाप नेताओं के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार वे पीछे हट गए।

टिकैत ने केंद्र पर साधा निशाना

राकेश टिकैत ने बैठक में शामिल किसानों से कहा, ‘आपको समझना चाहिए कि केंद्र सरकार क्या कर रही है। उन्होंने बिहार में लालू यादव के परिवार को तोड़ दिया। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के परिवार के साथ क्या किया। राजस्थान में भी यही हो रहा है।’

अगली खाप पंचायत 11 जून को

टिकैत ने कहा, ‘महिला पहलवानों का एजेंडा हमने अपनी मासिक पंचायतों और बैठकों में शामिल किया है। हमारी हर बैठक में इस एजेंडे पर भी चर्चा होगी। पहलवानों के मुद्दे में खाप पंचायतों का जो भी फैसला होगा, वो मंजूर होगा। अब फिलहाल हम अपने घर जा रहे हैं।’ अगली खाप पंचायत 11 जून को मुजफ्फरनगर जिले के बाजू गांव में होगी।

जांच पूरी होने तक धैर्य रखें पहलवानः अनुराग ठाकुर

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि पहलवानों को आरोपों की जांच पूरी होने तक इंतजार करना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा, ‘मैं पहलवानों से जांच के परिणाम तक धैर्य रखने का आग्रह करता हूं। उन्हें (पहलवानों को) ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे खेल या खिलाड़ी का नुकसान हो। हम सभी खेल और खिलाड़ी के पक्ष में हैं।’

आरोप सही साबित हुए तो फांसी लगा लूंगाः बृजभूषण शरण सिंह

इस बीच, एक रैली को संबोधित करते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि दोषी साबित होने पर वह फांसी पर चढ़ने को तैयार हैं। बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘अगर मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है, तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा। अगर आपके (पहलवानों) पास कोई सबूत है, तो उसे अदालत में पेश करें और मैं कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हूं।’

23 अप्रैल से दूसरी बार धरना दे रहे हैं पहलवान

बता दें कि 18 जनवरी को जंतर.मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया। 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई। इसके बाद 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर.मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा। 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।

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