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बिहार में सुपौल के त्रिवेणीगंज के डपरखा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं के साथ शनिवार को हुई छींटाकशी और मारपीट की घटना में पुलिस ने रविवार को तीन नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में एक महिला और दो नाबालिग शामिल हैं।
मनचले स्कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे। वे छात्रावास (हॉस्टल) की दीवारों पर गंदी बातें लिख देते थे। छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्हें गुस्सा आ गया। उन्होंने हॉस्टल में घुसकर छात्राओं को जमकर पीटा।
डीएम बैद्यनाथ यादव ने बताया कि प्रशासन मामले में गंभीर है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है। उधर, रविवार देर शाम दरभंगा रेंज के आईजी पंकज दाराद भी त्रिवेणीगंज पहुंचे। उन्होंने स्कूल जाकर मामले की पूछताछ की और अस्पताल में इलाजरत बच्चियों से मिले। उन्होंने कहा कि मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। सांसद रंजीत रंजन ने भी शनिवार की रात और रविवार को घायल बच्चियों का हालचाल जाना। वहीं घटना के विरोध में अभाविप ने त्रिवेणीगंज में आधे घंटे के लिए सड़क जाम की। आइसा ने प्रतिरोध और जन अधिकार पार्टी ने आक्रोश मार्च निकाला।
बता दें कि शनिवार को डरपखा मिडिल स्कूल मैदान में खेल रही कस्तूरबा की बच्चियों ने छींटाकशी और अभद्र व्यवहार का विरोध करते हुए कुछ मनचलों की धुनाई कर दी थी। इसके बाद लड़कों ने अपने अभिभावकों के साथ मिलकर लड़कियों को लाठी डंडे से पीटा था। घटना में लगभग तीन दर्जन छात्राएं घायल हुई थीं। मामले को लेकर वार्डन रीमा राज के बयान पर 9 नामजद और लगभग एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।