पाकिस्तानी मूल के अमरीकी आतंकी डेविड हेडली ने आज स्वीकार किया कि उसने आतंकवादी गुट लश्करे तैयबा को 60 से 70 लाख रूपये दिये थे। जिरह के दौरान उसने यह भी बताया कि उसने आखिरी बार लश्करे तैयबा को वर्ष 2006 में पाकिस्तानी मुद्रा में धनराशि दी थी। हमारी संवाददाता के अनुसार हेडली ने बताया कि धनराशि का इंतजाम करने के लिए उसने अपनी व्यक्तिगत सम्पत्ति का इस्तेमाल किया था।
पाकिस्तानी-अमरीकी आतंकवादी डेविड हेडली ने आज स्पष्ट किया कि तहव्वुर राणा लश्करे तैयबा के सदस्य नहीं थे। अबु जुंदाल के वकील ने आज उसे दोबारा क्रॉस एक्जामिन करना शुरू किया। हेडली ने आज कबूल किया कि उसकी पत्नी शाज़िया पाकिस्तान से है और हेडली लश्करे तैयबा के सदस्य होने की बात वे जानती थी। हेडली ने बताया कि वह मुंबई में तहव्वुर राणा के दफ्तर से काम किया करते थे। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई के दौरान अबु जुंदाल के वकील ने इस मामले में हेडली की पत्नी शाज़िया और तहव्वुर राणा को सह-आरोपी बनाने की मांग की थी।
निवेश के संबंध में पूछे जाने पर हेडली ने संयुक्त अरब अमारात और पाकिस्तान में अपनी सम्पत्ति होने की बात स्वीकारी। उसने यह भी माना कि मादक पदार्थों की तस्करी के लिए उसे अमरीका में दो बार गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद वह पाकिस्तान गया था। उसने बताया कि उसका पहला पासपोर्ट उसके सहयोगी ने अमरीका में तैयार किया था और हेडली के नाम से अपना नया पासपोर्ट अमरीका में ही उसने खुद बनाया था।