Welcome to   Click to listen highlighted text! Welcome to

इंद्र वशिष्ठ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात बदमाश लारेंस बिश्नोई के फरार खास साथी विक्रम बरार को गिरफ्तार किया है। एनआईए आतंकियों, बदमाशों और तस्करों के गठजोड़ में शामिल विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बरार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत लाई है। एनआईए के प्रवक्ता ने बताया किगायक सिद्दू मूसेवाला की हत्या में शामिल विक्रम बरार की हत्या और जबरन वसूली आदि के 11 मामलों में तलाश थी। विक्रम बरार लारेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार आदि की मदद से भारत में हत्याओं के अलावा हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली के अपराध में शामिल था। 

विक्रम बरार यूएई से भारत की जेल में बंद लारेंस बिश्नोई, कनाडा में स्थित गोल्डी बरार और गिरोह के अन्य बदमाशों के बीच संपर्क के लिए कम्युनिकेशन कंट्रोल रूम (सीसीआर) के रूप में काम कर रहा था। उनके निर्देश पर वह जबरन वसूली के लिए लोगों को फोन करता था। एनआईए को तफ्तीश में पता चला कि गायक मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में विक्रम बरार ने गोल्डी बरार की सक्रिय रूप से मदद की थी। लारेंस बिश्नोई ने जबरन वसूली से जुटाए धन को हवाला के माध्यम से विक्रम बरार को भेजा था। विक्रम बरार ने कुरुक्षेत्र के एक डाक्टर को पैसा वसूलने के लिए धमकी दी थी। लारेंस बिश्नोई का खास साथी बनने से पहले विक्रम बरार पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र संगठन से जुड़ा हुआ था। वह अपने साथियों के साथ हत्या, हत्या की कोशिश और जबरन वसूली जैसे अपराध में सक्रिय था। वह पंजाब राजस्थान, हरियाणा में हत्याओं और जबरन वसूली में लारेंस बिश्नोई गिरोह की सहायता/ सुविधा प्रदान कर रहा था। एनआईए ने आतंकियों, बदमाशों, तस्करों के गठजोड़ मामले में अब तक 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

Click to listen highlighted text!