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गृह मंत्रालय ने देश के बाहर फंसे भारतीयों और भारत में फंसे विदेशियों के आने-जाने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया-एसओपी संबंधी निर्देश जारी किये हैं। इनके अनुसार बेहद जरूरी कारणों से विदेश यात्रा करने वालों और विदेशों में नौकरी छूट जाने की वजह से भारत आने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों को यात्रा में प्राथमिकता दी जाएगी। अल्पावधि वीजा की अवधि समाप्त होने, चिकित्सा संबंधी आपात कारणों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को भी आने-जाने में प्राथमिकता दी जाएगी। यात्रा खर्च यात्रियों को ही वहन करना होगा।
समुद्र सेतु कार्यक्रम के तहत भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिये नौसेना का पोत जलाश्व मालदीव की राजधानी माले पहुंच गया है। यह जहाज कल लगभग सात सौ भारतीयों को लेकर कोच्चि के लिए रवाना होगा। माले स्थित भारतीय उच्चायोग प्रवासियों के लिए स्थानीय परिवहन सहित अन्य उपाय कर रहा है। वापसी के लिए, तुरंत इलाज की जरूरत वाले, नौकरी खो चुके और फंसे भारतीय पर्यटकों को प्राथमिकता दी जा रही है।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि भारत में नौ शहरों में फंसे मालदीव के लगभग 200 नागरिकों को अगले सप्ताह राष्ट्रीय चार्टर्ड़ उड़ान से स्वदेश भेजा जाएगा। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ये उड़ानें नई दिल्ली और तिरूवनंतपुरम से संचालित होंगी।
इस बीच, मालदीव में अगले दो सप्ताह में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए देश में लोगों की आवाजाही को और अधिक सख्त बनाने पर जोर दिया है। मालदीव में कोरोना के अब तक छह सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 44 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। देश में अब तक कोरोना से कुल 56 भारतीय संक्रमित हुए हैं।