लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने एक समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं को रिश्वत लेते हुए दिखाये जाने संबंधी मामला आज सदन की आचार समिति को सौंप दिया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी आचार समिति के अध्यक्ष हैं। संसदीय कार्यमंत्री एम वेंकैया नायडु ने लोकसभा में कल कहा था कि ऐसे मामलों में सच सामने आना चाहिए, क्योंकि ये सदस्यों के आचरण से संबंधित है। उन्होंने इस मामले की जांच सरकार या लोकसभा अध्यक्ष से कराने का सुझाव भी दिया था। श्रीमती सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल के फौरन बाद अपने निर्णय की घोषणा की।
तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत राय ने मामला आचार समिति को सोंपने के निर्णय का विरोध किया है।
कांग्रेस, वामदल और भाजपा ने कल इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी। तृणमूल कांग्रेस ने इसे पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ षड़यंत्र बताया था।
एक समाचार चैनल द्वारा कराए गये स्टिंग ऑपरेशन में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और सांसदों सहित तृणमूल कांग्रेस के कम से कम 11 नेताओं को एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए कथित रूप से रिश्वत लेते हुए दिखाया गया है। चैनल ने इसकी सीडी अपनी वेबसाइट पर डाल दी थी।