बांसवाड़ा (राजस्थान)
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में आयोजित किसान आक्रोश रैली में पीएम नरेंद्र मोदी सरकार और राजस्थान सरकार पर जमकर प्रहार किया और कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक में सिद्धरमैया और पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि सत्ता में आते ही 24 घंटों में किसानों का कर्ज माफ किया. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि बीजेपी ने भी दबाव में आकर उत्तर प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला लिया है. उन्होंने किसानों से कहा कि आपके मन में जो दुख है और सिर्फ यहां के नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान के हर किसान के दिल में दु:ख है, उसके बारे में हम लोकसभा में बोलना चाहते थे, बात करवाना चाहते थे, दो-तीन घंटे की बात नहीं करना चाहते थे. 10-15 मिनट हम किसान के बारे में बोलना चाहते थे. प्रधानमंत्री जी बैठे थे, मिनिस्टर बैठे थे, लेकिन हमें पार्टिलयामेंट में किसान की बात नहीं उठाने दिया गया. एक मिनट हमें नहीं बोलने दिया गया.
जीएसटी को लेकर भी राहुल ने भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे लागू करने के लिए आधी रात को चुना. मैंने तभी कहा था कि जीएसटी गरीबों के ऊपर लादा गया एक टैक्स है.अभी एक व्यापारी भाई आये थे उन्होंने जीएसटी के बारे में बोला. जीएसटी के लिए पार्लियामेंट को 11 बजे रात में खोला जा सकता है, लेकिन किसान के मुद्दे के लिए संसद में एक मिनट बात नहीं हो सकती है, यह है एनडीए-बीजेपी की सच्चाई. मैं आपको जीएसटी के बारे में बोलना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि इससे छोटे व्यापारियों का परेशानी होगी.
राहुल गांधी ने कहा कि जीएसटी लागू करने के लिए बीजेपी सरकार आधी रात को संसद का विशेष सत्र बुला सकती है लेकिन किसान की आवाज को संसद में उठाने की अनुमति नहीं दी जाती है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार सिर्फ अमीरों का ध्यान रखती है और गरीबों के बारे में सोचती भी नहीं.
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी किसान दु:खी हैं. इस देश की पूरी दुनिया में पहचान किसान से है और इन्हीं से दुनिया में देश का नाम रोशन हुआ है. मैंने मोदी जी से कहा कि आप किसान का कर्जा माफ कीजिए. किसान को सही दमा दिलवाइए और बिजली का दर हाफ कीजिए. पूरे प्रदेशों में हम गये. दो करोड़ किसानों ने हमारा पीटिशन भरा. कांग्रेस के वर्कर गये. गांव में गये. किसानों से पूछा कितना कर्ज है. किसी के पास एक लाख, दो लाख, 10 लाख कर्ज था. और, दो करोड़ लोगों ने मोदी जी को कागज पर लिख कर दिया कि हमारा कर्जा माफ कीजिए और यह पूरे हिंदुस्तान की मांग है, केवल उत्तरप्रदेश की मांग नहीं है.