AMN /नागौर (राजस्थान):
गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर में हुई मौत की सी बी आई जांच की मांग को लेकर सूबे के राजपूत उग्र हो गए हैं। आज सांवराद में हुई हुंकार रैली में राजपूत व रावणा राजपूत समाज के हजारों लोग उमड़ पड़े। और हालत बेक़ाबू हो गए रस्ते जाम कर दिए गए और कई गाड़ियों में आग लगा दी गई.
उन्होंने पुलिस की दो गाडिय़ों सहित एक ट्रक के शीशे भी तोड़ दिए। जब पुलिस ने युवाओं को वहां से हटाकर हाईवे खुलवाने का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। लेकिन पुलिस ने लाठियां लहराकर तथा आंसू गैस के गोले छोडक़र उन्हें भगा दिया। मौके की नजाकत को भांपते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के भारी इंतेजाम किए। इसके लिए सांवराद चौराहे को छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके अलावा सांवराद जाने वाले प्रत्येक रास्तों पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
लोगों के भीड़ के कारण सभास्थल पर लगाया गया पाण्डाल और टेंट भी कम पड़ गए। प्रदेशभर के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों ने आनन्दपाल के समर्थन में इस रैली में शिरकत कर सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया।
इस दौरान जहां लाडनूं कस्बा बंद रहा। वहीं सांवराद में पूरे दिन तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। आनन्दपाल के एनकाउंटर से आक्रोशित युवाओं ने बार-बार नारेबाजी की और हाईवे जाम करने का प्रयास किया। उत्पाती युवाओं ने सडक़ पर टायर व लकडिय़ां जलाकर हाईवे जाम कर दिया।
इस मौके पर राजपूत समाज के नेता लोकेन्द्र सिंह कालवी के नेतृत्व में राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना, पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा, रणवीर गुढा, दुर्गसिंह चौहान खींवसर, गिरीराज सिंह लोटवाड़ा, राजेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी सहित अनेक राजपूत नेताओं ने आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर को साजिश करार देते हुए इसे सुनियोजित हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि आनन्दपाल सिंह समर्पण करने को तैयार था, लेकिन सरकार की शह पर पुलिस ने उसे विश्वास में लेकर मारा है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार सीबीआई जांच नहीं करवाती है, तो प्रदेशभर में आन्दोलन तेज किया जाएगा और रेल रोकने, पटरियां उखाडऩे, हाईवे जाम करने जैसे कदम उठाए जाएंगे। इस मौके पर आनन्दपाल सिंह की बेटी योगिता ने रैली में पहुंचने वाले लोगों का आभार जताते हुए कहा कि यह लड़ाई इंसाफ की है। उनके पिता की सरकार ने साजिश रचकर हत्या करवाई है। उनके पिता का का १८ दिनों से दाह संस्कार नहीं हो पाया है। शव अब तक उनके घर में रखा हुआ है, लेकिन सरकार सीबीआई जांच की मांग नहीं मान रही है, जो उचित नहीं है।अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग ४ से ५ हजार गाडिय़ों में भरकर लोग सांवराद पहुंचे।