कांग्रेस ने रविवार (4 जून) को ओडिशा के बालासोर में तीन रेलगाड़ियों की भयावह दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की। पार्टी ने वैष्णव पर आरोप लगाया कि उनका ‘प्रचार पाने का हथकंडा’ भारतीय रेलवे की “गंभीर कमियों, आपराधिक लापरवाही और सुरक्षा की पूर्ण उपेक्षा” पर भारी पड़ गया।

दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि ओडिशा ट्रेन दुर्घटना ‘मानव निर्मित तबाही’ है, जो ‘पूरी तरह से लापरवाही, सिस्टम में गंभीर चूक और अक्षमता और मोदी (के नेतृत्व वाली) सरकार की ‘सब कुछ पता होने’ की ‘अहंकारी आत्ममुग्धता‘ का नतीजा है।
इससे पहले, टीएमसी, शिवसेना (यूबीटी) और सीपीआई जैसे विपक्षी पार्टियों ने अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने भारतीय रेलवे और लोगों के बीच जो “अव्यवस्था” पैदा की है, उसकी उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
“सजा की शुरुआत रेल मंत्री से करनी चाहिए”
पवन खेड़ा ने कहा, “दोषियों को सजा देने की घोषणा करने करने वाले प्रधानमंत्री मोदी को इसकी शुरुआत रेल मंत्री से करनी चाहिए।” उन्होंने कहा, हम स्पष्ट रूप से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग करते हैं। इससे कम कुछ नहीं। गोहिल और खेड़ा ने सरकार से सवाल किया। प्रधानमंत्री मोदी, रेल मंत्री वैष्णव से इस्तीफा कब मांगेंगे?
“प्रधानमंत्री मोदी खुद जिम्मेदार हैं”
गोहिल और खेड़ा ने अपने बयान में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाने के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। वह भारतीय रेलवे में ‘सब कुछ ठीक होने’ का माहौल बनाने के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं, जबकि भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण और संवदेनशील बुनियादी ढांचे की उपेक्षा की जा रही है।”
उन्होंने कहा, हम जानना चाहते हैं कि कैग, संसदीय स्थायी समितियों और विशेषज्ञों के कई बार सतर्क किए जाने के बावजूद मोदी सरकार ने रेलवे सुरक्षा को बेहतर बनाने पर खर्च क्यों नहीं किया?
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाईः पीएम मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार (3 जून) को कहा था कि ओडिशा रेल दुर्घटना के लिए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और इस हादसे में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।‘‘ प्रधानमंत्री ने कहा, हादसे की उचित और त्वरित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घटना में मारे गए लोगों को वापस लाना संभव नहीं है, लेकिन सरकार उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कहा, “घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”